वायु प्रदूषण से बचना है तो नियमित रुप से करें इन पांच योगासनों का अभ्यास
दिवाली के बाद से राजधानी दिल्ली के साथ-साथ कई जगहों पर प्रदूषण के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया है। कई लोग एंटी पॉल्यूशन मास्क लगाकर घूम रहे हैं, लेकिन इन मास्क से भी प्रदूषण से होने वाली बीमारियों को रोका नहीं जा सकता है। अगर आप इस बढ़ते प्रदूषण से बचना चाहते हैं तो आपको कुछ योगासनों का अभ्यास करना चाहिए। आइए जानते हैं कि वे योगासन कौन से हैं, जो आपको स्वस्थ रखेंगे।
भुजंगासन
भुजंगासन छाती, पेट और कंधों की मांसपेशियों को खींचकर आपके रक्त संचार को बढ़ाता है और स्वस्थ त्वचा प्रदान करता है। इसे करने के लिए अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके, उठाने की कोशिश करें। पांच बार सांस लें और आराम करें। इसके बाद दोबारा आसन को दोहराएं। रोजाना इस आसन को करने से लाभ होगा।
सेतुबंधासन
यह आसन प्रदूषण से होने वाली हर बीमारी से बचाता है। सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर लेट जाएं। फिर अपने हाथों से अपनी कमर पकड़ लें। इसके बाद अपने कंधे और गर्दन को जमीन से सटाकर रखें और धीरे-धीरे अपने कूल्हे और पैरों को ऊपर की ओर उठा लें। कुछ देर इस अवस्था में बने रहें और धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। इस आसन को करने से आपका दिमाग शांत होने लगता है।
पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं और हाथ-पैरों को सीधा फैला लें। इस स्थिति में शरीर को ढीला छोड़ दें। फिर सांस लेते हुए धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ें और हाथों की मदद से छाती तक लाएं। इसके बाद सिर को उठाते हुए माथे को घुटनों पर लगाने की कोशिश करें। कुछ देर इस अवस्था में बने रहें और धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। पवनमुक्तासन करने से पेट की बीमारियां दूर होती हैं।
सुखासन
सुखासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर बैठ जाएं, फिर अपने शरीर को सीधा और तान कर रखें, जिससे आपका शरीर और कमर बिल्कुल सीधी रहे। इसके बाद अपने दोनों हाथों की उंगुलियों को खोलकर घुटनों पर रखें। अब सामान्य रूप से प्राणायाम करते हुए जितनी देर तक आप इस आसन में बैठ सकते हैं, उतनी देर तक बैठे रहें। ध्यान रखें कि इस आसन के दौरान अपने मन को शांत और तनाव मुक्त रखना है।
शवासन
शवासन सभी योगासनों में से सबसे आसान मुद्रा वाला आसन है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं, फिर अपने दोनों पैरों को फैलाते हुए पैरों के बीच अंतर लाएं। इसके बाद अपने दोनों हाथों को सिर से जितना ऊंचा उठा सके उतना उठाएं। अब अपनी आंखों को बंद कर लें और धीरे-धीरे सांस लें व छोड़ें। इस स्थिति में कम से कम दस मिनट तक रहें।