कांटा चम्मच छोड़ हाथ से खाएं खाना, मिलेंगे कई स्वास्थ्य संबंधित लाभ
हाथ से खाना खाना एक सदियों पुरानी परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि इस तरह खाना खाने से न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ जाता है बल्कि कई तरह के स्वास्थ लाभ भी मिलते हैं। आयुर्वेद की मानें तो हाथ से खाना खाते समय पांचों उंगलियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे शरीर के पांचों तत्व (पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश और वायु) जागृत हो जाते हैं और इससे कई लाभ मिलते हैं।
सभी इंद्रियां हो जाती हैं जागृत
जब हम चम्मच से खाना खाते हैं तो इसका स्वाद का अनुभव सिर्फ मुंह तक ही सीमित रह जाता है, लेकिन जब खाना हाथों से खाया जाता है तो शरीर की सभी इंद्रियों को इसका अहसास होने लगता है। इस वजह से व्यक्ति न सिर्फ पेट बल्कि मन भरकर खाना खाता है। इसके अतिरिक्त, हाथ से खाना खाने से हमारे जरूरी शारीरिक चक्र भी उत्तेजित हो जाते हैं, जिससे हमारा शरीर बेहतर तरीके से अपनमा काम करता है।
मानसिक जागरूकता बढ़ती है और ओवरईटिंग से बच सकते हैं
हाथ से खाना खाते समय हम लोग धीरे-धीरे और मन लगाकर खाना खाते है, जिसकी वजह से हम कम खाने पर भी पेट पेट भरा-भरा लगता है और हम ओवरईटिंग से बच जाते हैं। इसके अतिरिक्त, हाथ से खाना खाने से मन को शांति मिलती है, जिसके परिणामस्वरूप दिमाग पर बेहतर तरीके अपना कार्य करता है और इससे मानसिक जागरूकता भी बढ़ने लगती है। इसलिए हाथ से खाना खाना शुरू कर दें।
हेल्दी बैक्टीरिया मिलते हैं
शायद आप इस बात से वाकिफ न हो लेकिन जब हम हाथ से खाना खाते हैं तो हाथ की त्वचा में मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया शरीर में पहुंच जाते हैं, जो हमारे शरीर को बाहरी हानिकारक बैक्टीरिया से सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। इसलिए हाथ से खाना खाने से हमारा पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हालांकि, इस तरह खाना खाने से पहले अपने हाथों को अच्छे से साबुन से धोएं।
पाचन के लिए है बहुत लाभदायक
हाथ से खाना खाने से सबसे ज्यादा लाभ हमारे पाचन को होता है। दरअसल, जैसे ही हम हाथ से खाने को छूते हैं तो हमारा दिमाग खाने की बनावट और तापमान का अंदाजे को एक संकेत के द्वारा पाचन क्रिया तक पहुंचा देता है, जिसकी वजह से यह आवश्यक अंजाइम और डाइजेस्टिव जूस को तैयार करना शुरू कर देती है। इसके परिणामस्वरूप खाने को पचाना आसान हो जाता है और उससे संपूर्ण पोषण प्राप्त होता है।