रोजाना ध्यान लगाने के लिए निकालें समय, तनाव दूर होने के साथ बढ़ेगी खुशी
उम्र के बढ़ने के साथ लोगों के जीवन में तनाव का स्तर भी बढ़ता जाता है। किसी को परिवार की चिंता रहती है, किसी को सेहत की फिक्र सताती है तो किसी को आर्थिक परेशानियों का भार झेलना पड़ता है। तनाव के कारण स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है और मन उदास रहने लगता है। हालांकि, दवाइयों के बिना तनाव से छुटकारा पाने के लिए आप ध्यान लगा सकते हैं। आइए जानते हैं ध्यान लगाने से तनाव कैसे दूर होता है।
बढ़ती है एकाग्रता और माइंडफुलनेस
ध्यान लगाते समय आप माइंडफुलनेस का अभ्यास भी कर सकते हैं, जो एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। माइंडफुलनेस बिना किसी चिंता के वर्तमान में अपने विचारों और भावनाओं के प्रति जागरूक रहने का अभ्यास होता है। जब आप ध्यान लगाते हुए वर्तमान के बारे में सोचते हैं, तो आपके मन से सारे नकारात्मक ख्याल दूर हो जाते हैं। इसके जरिए तनाव तो दूर होता ही है, साथ ही एकाग्रता में भी सुधार देखने को मिलता है।
आती है अच्छी नींद
कई लोगों को रात के समय नींद नहीं आती है और वे सुबह तक चिंताजनक विचारों में खोए रहते हैं। ऐसे लोगों को हर वक्त थकावट महसूस होती है, चिड़चिड़ेपन का अनुभव होता है और उनका मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। अगर आप सोने से पहले कुछ देर ध्यान लगाएंगे तो आप अच्छी नींद पा सकते हैं। इसके जरिए शरीर शांति की मुद्रा में आ जाता है, तनाव कम होने लगता है और आरामदायक नींद आने लगती है।
भावनाओं पर होता है नियंत्रण
तनाव के कारण लोग छोटी-छोटी बातों पर भड़क जाते हैं, रोने लगते हैं या चिड़चिड़े हो जाते हैं। इसका कारण यह है कि वे अपनी नकारात्मक भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं। हालांकि, अगर ऐसे लोग रोजाना कुछ देर ध्यान लगाते हैं, तो वे अपनी भावनाओं पर नियंत्रण पा सकते हैं। ध्यान लगाने से तनावपूर्ण स्थितियों के दौरान भी आपका मन शांत रहेगा और आप आसानी से उनके समाधान खोज पाएंगे।
मन को मिलती है शांति
ध्यान लगाने से आप अपने मन को शांत रख सकते हैं और तंत्रिका तंत्र को आराम पहुंचा सकते हैं। इस अभ्यास के जरिए तनाव हार्मोन 'कोर्टिसोल' का स्तर कम होने लगता है, जिसे परिणामस्वरूप आप तनावपूर्ण स्थितियों से आसानी से निपट सकते हैं। ध्यान लगाने से पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र भी सक्रीय हो जाता है, जिससे आराम की अनुभूति होती है, दिल सामान्य गति से धड़कने लगता है और मन शांत हो जाता है।
चिंता से मिलता है छुटकारा
चिंता डर या बेचैनी की भावना होती है, जो तनाव बढ़ने के कारण उत्पन्न हो सकती है। इस भावना के चलते कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है और वे बेहोश भी हो जाते हैं। इससे निपटने के लिए आपको रोजाना ध्यान लगाना चाहिए। 2014 के एक मेटा-विश्लेषण में पाया गया है कि ध्यान लगाने से चिंता कम हो सकती है। आप तिब्बती सिंगिंग बाउल के जरिए भी तनाव से छुटकारा पा सकते हैं।