खरबूजे के बीजों को फेंकने की बजाय डाइट में करें शामिल, मिलेगें कई लाभ
गर्मियों में आने वाले फल न केवल भूख मिटाते हैं, बल्कि गर्मी से राहत दिलाने में भी मदद कर सकते हैं। खरबूजा भी एक पौष्टिक फल है, जिसके बीजों तक का सेवन स्वास्थ्य को कई लाभ प्रदान कर सकता है। अगर आप खरबूजे के बीजों को फेंक देते हैं तो इस बार ऐसा न करें और उन्हें अच्छे से धोएं, फिर उनका छिलका उतारकर खाएं। आइए जानते हैं कि खरबूजे के बीजों से क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
हृदय को स्वस्थ रखने में है कारगर
खरबूजे के बीजों में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड सहित असंतृप्त वसा होती है, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। ये गुण खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायक हैं। इसके अतिरिक्त इसमें मैग्नीशियम पाया जाता है, जो दिल की पंपिंग में मदद कर सकता है। यहां जानिए हृदय रोगियों के लिए लाभदायक और नुकसानदायक दुग्ध उत्पाद।
पाचन क्रिया के लिए हैं लाभदायक
खरबूजे के बीजों में डाइटरी फाइबर होता है, जो पाचन क्रिया को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है। पर्याप्त मात्रा में डाइटरी फाइबर का सेवन कब्ज से बचाने, नियमित मल त्याग में सहायता करने और स्वस्थ आंत को बढ़ावा देने में सहायक है। इसके अलावा फाइबर शरीर में गैस्ट्रिक एंजाइम के उत्पादन को संतुलित करके पाचन को बेहतर बनाने का काम कर सकता है।
वजन नियंत्रित करने में हो सकते हैं प्रभावी
खरबूजे के बीजों में मौजूद कम कैलोरी और डाइटरी फाइबर वजन घटाने और शरीर में वसा घटाने में काफी मददगार है। इसके सेवन से पेट काफी देर तक भरा-भरा रहता है, जिससे कुछ और खाने की इच्छा कम होती है। इससे वजन आसानी से घटाया जा सकता है। इसके अलावा यह शरीर में वसा की मात्रा कम कर सकता है और लिपिड मेटाबॉलिज्म में सुधार करके वजन को कम करता है।
एंटी-ऑक्सीडेंट का हैं बेहतरीन स्त्रोत
खरबूजे के बीजों में शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं। ये एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव और मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं, जो विभिन्न पुरानी बीमारियों और उम्र बढ़ने से जुड़े होते हैं। इसके अलावा ये शारीरिक सूजन को बढ़ाने वाले साइटोकिन्स और मॉलिक्यूल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। यहां जानिए एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर अन्य खाद्य पदार्थ।
हड्डियों को मजबूती देने में है सहायक
खरबूजे के बीज कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे खनिजों का एक बेहतरीन स्त्रोत हैं, जो स्वस्थ हड्डियों और मजबूत दांत बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। इन खनिजों का पर्याप्त सेवन हड्डियों के घनत्व को ठीक रखने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों के जोखिम कम करने में मदद कर सकते हैं। बता दें कि ऑस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त व्यक्ति की हड्डियां इतनी कमजोर हो जाती हैं कि एक सामान्य छींक आने से कूल्हे, रीढ़ और कलाई में फ्रैक्चर हो सकता है।