ज्यादा जूस और कॉफी पीने से बढ़ सकता है स्ट्रोक का खतरा, अध्ययन में हुआ खुलासा
क्या है खबर?
हम सभी को पैकेट वाले जूस, कोल्ड ड्रिंक, सोडा और कॉफी का सेवन करना पसंद होता है। गर्मी महसूस होने पर, थकान होने पर या खान-पान के साथ हम अक्सर इन पेय का सेवन कर लेते हैं।
हालांकि, कॉफी और जूस आदि जैसे पेय पदार्थों का अधिक सेवन स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकता है। यह चौका देने वाला खुलासा एक नए अध्ययन में हुआ है।
आइए इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानते हैं।
अध्ययन
2 विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं ने मिलकर किया यह अध्ययन
इन 2 विश्लेषणों के लिए अंतरराष्ट्रीय इंटरस्ट्रोकेट्रस्टेड सोर्स केस का डाटा इस्तेमाल किया गया था, जो 2016 में प्रकाशित हुआ था।
इंटरस्ट्रोक डाटा का वर्तमान विश्लेषण कनाडा के मैकमास्टर विश्वविद्यालय और आयरलैंड के गॉलवे विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया था।
इन विश्लेषणों में 32 देशों के 26,950 व्यक्ति शामिल हुए थे। इनमें सोडा, जूस व पानी पीने और चाय-कॉफी पीने के प्रभावों पर ध्यान दिया गया।
आप इन एक्सरसाइज के जरिए स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकते हैं।
नतीजे
अध्ययन से सामने आए ये परिणाम
सोडा व जूस से जुड़े परिणामों को जर्नल ऑफ स्ट्रोक और चाय व कॉफी के परिणामों को अंतरराष्ट्रीय जर्नल ऑफ स्ट्रोक में प्रकाशित किया गया था।
अध्ययन में पाया गया कि केवल एक गिलास जूस और सोडा पीने या एक दिन में 4 कप से ज्यादा कॉफी पीने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
वहीं, रोजाना काली चाय या ग्रीन टी पीने से इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है।
कारण
बाजार में मिलने वाले जूस का सेवन है हानिकारक
बाजार में बिकने वाले फलों के जूस में कॉन्सेंट्रेटस, अतिरिक्त चीनी और प्रीजर्वटिव होते हैं। इनके कारण ही यह स्वस्थ होने के बजाय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं।
हालांकि, ताजे फलों के जूस में कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
अध्ययन में यह भी कहा गया कि दिन भर में एक या 2 कप कॉफी पीना ठीक है, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
स्वस्थ पेय
जूस और कॉफी की जगह करें इन पेय पदार्थों का सेवन
जब भी आपको प्यास लगे या कुछ पीने का मन करे तो जूस और कॉफी के बाजय चाय या पानी पीएं। हर दिन 7 से अधिक गिलास पानी पीना स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकता है।
इसके अलावा, डाइट में ग्रीन टी और काली चाय का सेवन इस बीमारी के खतरे को 18 से 20 प्रतिशत कम कर सकता है।
आप कैमोमाइल चाय, पुदीने की चाय और लैवेंडर की चाय जैसी हर्बल चाय का सेवन भी कर सकते हैं।