रीढ़ की हड्डी को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपनाएं ये 5 प्रभावी तरीके
रीढ़ की हड्डी पूरे शरीर आधार मानी जाती है और इसमें किसी भी तरह की दिक्कत शरीर की बनावट को बिगाड़ सकती है, जिसका प्रभाव आपकी पर्सनैलिटी पर पड़ सकता है। वहीं अगर यह मजबूत और लचीली न हो तो स्लिप डिस्क और सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। आइए आज हम आपको रीढ़ की हड्डी को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए 5 सरल और प्रभावी तरीके बताते हैं।
सही तरह से बैठे-उठें
लंबे समय तक एक ही जगह पर काफी देर तक बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। यह स्थिति रीढ़ की हड्डी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकती है, जिससे पीठ दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इससे बचाव के लिए किसी भी काम के लिए ज्यादा देर तक बैठने वाले बीच-बीच में ब्रेक लेकर अपनी जगह से उठे और खड़े, सोते और चलते समय अच्छी और ठीक मुद्रा बनाए रखने के कोशिश करें।
हाइड्रेट रहें
रीढ़ की हड्डी के बीच में छोटी-छोटी गद्देदार डिस्क होती हैं, जो रीढ़ को लचीला रखती हैं। अगर किसी कारणवश कोई डिस्क क्षतिग्रस्त होकर सूज जाए या फिर टूटकर खुल जाए तो स्लिप डिस्क की समस्या हो जाती है। इससे बचाव के लिए स्लिप डिस्क को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं क्योंकि शरीर को पोषण प्रदान करने में पानी अहम भूमिका निभा सकता है।
पर्याप्त नींद लेना है जरूरी
आजकल अधिकतर लोगों ने देर रात जगने की आदत बना ली है, जिसकी वजह से उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं होने लगी हैं। पर्याप्त मात्रा में नींद न लेने से रीढ़ की हड्डी भी प्रभावित होती है और इससे पीठ में दर्द भी होने लगता है इसलिए रोजाना 7-8 घंटे की नींद जरूर लें। इससे रीढ़ की हड्डी को आराम मिल जाता है। यहां जानिए बेहतर नींद पाने के प्रभावी तरीके।
रोजाना एक्सरसाइज करें
रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाए रखने के लिए प्रतिदिन एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है, लेकिन दिनभर काम करने के बाद आप में से कई लोगों के पास न तो इसके लिए समय है और न ही एक्सरसाइज करने की इच्छा। हालांकि, इसके लिए आपको कठिन एक्सरसाइज करने की जरूरत नहीं है। लाभ के लिए ब्रिस्क वॉक, स्विमिंग और योग जैसी हल्की गतिविधियों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
मादक पदार्थों से बनाएं दूरी
अगर आप मादक पदार्थों का इस्तेमाल करते हैं तो इससे रीढ़ की हड्डी में खून के प्रवाह पर बुरा असर पड़ सकता है। दरअसल, मादक पदार्थों का सेवन करते रहने से खून की धमनियों को होने वाले नुकसान से खून के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है। इससे आपको कई खतरनाक बीमारियां भी हो सकती हैं। इसके कारण शरीर की उपचार करने की क्षमता भी कमजोर हो सकती है।