स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद कर सकती हैं ये 5 एक्सरसाइज
क्या है खबर?
दिमाग की रक्त वाहिका फटने या दिमाग को खून की आपूर्ति में कोई रुकावट होने पर स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
यह एक जानलेवा बीमारी है और इसलिए इससे बचे रहना बेहद जरूरी है।
इस काम में एक्सरसाइज काफी मददगार हो सकती हैं, क्योंकि ये सही तरीके से खून के प्रवाह को बनाए रखने में मदद करती हैं।
आइए आज आपको पांच ऐसी एक्सरसाइज के बारे में बताते हैं, जिनकी मदद से स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है।
#1
ब्रिस्क वॉक
ब्रिस्क वॉक करने से सक्रिय और ऊर्जावान बने रहने समेत दिमाग के ऑक्सीजन स्तर को बेहतर बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है।
सबसे अच्छी बात है कि इस एक्सरसाइज को किसी भी समय और कहीं भी किया जा सकता है।
कार्डियो एक्सरसाइज का यह रूप खून के प्रवाह को सुधारने के साथ-साथ तनाव के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, रोजाना 45 मिनट की ब्रिस्क वॉक करना काफी है।
#2
वेट ट्रेनिंग
इसके लिए सबसे पहले 8 से 10 अलग-अलग एक्सरसाइज को चुनें।
इन एक्सरसाइज को चुनते समय ध्यान रखें कि सभी एक्सरसाइज अलग-अलग मांसपेशियों के लिए होनी चाहिए।
आप चाहें तो चेस्ट प्रेस, ओवरहेड प्रेस, लेटरल रेसेस, हैमर कर्ल, कंसंट्रेशन कर्ल, सीटेड एक्सटेंशन, ट्राइसेप्स डिप्स, स्क्वैट्स, लंज, डेडलिफ्ट और बॉल क्रंचेस आदि एक्सरसाइज को अपने रूटीन में वेट लिफ्टिंग मशीनों के साथ शामिल कर सकते हैं।
शुरूआत में अपनी क्षमतानुसार ही इनका अभ्यास करें।
#3
साइकिलिंग
साइकिलिंग एक शानदार एक्सरसाइज है और इससे भी स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है।
दरअसल, साइकिल चलाते समय दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं, जो शरीर के खून के प्रवाह को ठीक करने और सही तरह से ऑक्सीजन स्तर बनाए रखने में बहुत मददगार है।
इस एक्सरसाइज से सिरोटोनिन, डोपामाइन और फेनिलइथिलामीन जैसे रसायनों का दिमाग में उत्पादन बढ़ता है। इससे आप खुद को खुश महसूस कर सकते हैं।
#4
आउटडोर गेम्स
रोजाना कुछ समय कोई आउटडोर गेम खेलने से भी स्ट्रोक से दूरी बनी रह सकती है।
टेनिस, खो-खो, फुटबॉल और बैडमिंटन जैसे आउटडोर गेम्स न सिर्फ तनाव को नियंत्रित कर सकते हैं, बल्कि इससे पूरे शरीर का खून प्रवाह भी ठीक रहता है।
वहीं ये गेम खेलते वक्त आप खूब एन्जॉय करते हैं और इससे आपके दिमाग को राहत मिलती है और वह सकारात्मक बना रहता है।
#5
योगाभ्यास
योगाभ्यास न सिर्फ आपके शारीरिक मुद्रा को सुधारने में मदद कर सकता है, बल्कि दिमाग को स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थितियों से सुरक्षित रखने में भी काफी हद तक मदद कर सकता है।
विशेषकर अगर आप योगाभ्यास के तौर पर सांस संबंधी प्राणायाम जैसे अनुलोम-विलोम, भ्रामरी या कपालभाति आदि का रोजाना अभ्यास करते हैं।
प्राणायाम की जगह पर ध्यान केंद्रित कर दिमाग को शांत रखने में सहायक होते हैं और इससे तनाव से भी दूरी बनी रहती है।