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वर्क फ्रॉम होम में बढ़ गया है कमर दर्द? इन योगासनों के अभ्यास से पाएं छुटकारा
वर्क फ्रॉम होम के कारण हुए पीठ दर्द से राहत दिला सकते हैं ये योगासन

वर्क फ्रॉम होम में बढ़ गया है कमर दर्द? इन योगासनों के अभ्यास से पाएं छुटकारा

लेखन अंजली
Oct 04, 2021
06:09 pm

क्या है खबर?

अभी कोरोना वायरस का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए कुछ ऑफिसों ने अपने कर्मचारियों को अब तक वर्क फ्रॉम होम का मौका दिया हुआ है। ऐसे में लोग घंटो लैपटॉप और कंप्‍यूटर के आगे बैठकर काम कर रहे हैं, जिस कारण पीठ दर्द की समस्या बढ़ सकती है। आइए आज हम आपको कुछ योगासनों के अभ्यास का तरीका बताते हैं, जिनकी मदद से पीठ दर्द से छुटकारा मिल सकता है।

#1

सेतुबंधासन

सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं, फिर अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें और अपने दोनों हाथों को एड़ियों के करीब लाने की कोशिश करें। इसके बाद अपने कूल्हे और पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। अब कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें, फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। कुछ देर विश्राम के बाद इस योगासन का दोबारा अभ्यास करें।

#2

भुजंगासन

भुजंगासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके, उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। इसके बाद कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं, फिर से इसी प्रक्रिया को दोहराकर तीन-चार चक्र पूरे करें।

#3

मकरासन

मकरासन के अभ्यास के लिए पहले योगा मैट पर पेट के बल लेटें और अपने दोनों हाथों को मोड़कर कोहनियों की नोक को जमीन पर टिकएं। अब अपने सिर को थोड़ा आगे झुकाकर अपनी ठुड्डी को अपनी दोनों हाथों की हथेलियों पर रखें। इसके बाद सांस भरते हुए अपने दाएं पैर को मोड़ें, फिर सांस को छोड़ते हुए इसे सीधा कर लें। इस प्रक्रिया को दूसरे पैर से भी दोहराएं, फिर कुछ मिनट बाद धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।

#4

वक्रासन

वक्रासन के लिए पहले योगा मैट पर दंडासन की मुद्रा में बैठें। अब अपने दाएं पैर को घुटने से मोड़कर बाएं पैर के घुटने के ऊपर से बाहर की ओर जमीन पर रखें। इसके बाद अपने दाएं हाथ को पीठ के पीछे की ओर रखें और बाएं हाथ को दाएं पैर के पंजे तक लाएं, फिर धीरे-धीरे दायीं ओर मुड़ते हुए पीछे की ओर देखने का प्रयास करें। कुछ मिनट इस मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।