कई औषधीय गुणों से समृद्ध होती है ब्राह्मी, इससे मिल सकते हैं ये फायदे
प्राचीन काल से कई गंभीर बीमारियों का उपचार करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जा रहा है क्योंकि इनमें मौजूद औषधीय गुण शरीर को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में सक्षम माने जाते हैं। कई जड़ी-बूटियां तो इतनी प्रचलित हैं कि इनके बारे में सब जानते हैं। ब्राह्मी भी इन्हीं में से एक है। चलिए तो फिर आज आपको ब्राह्मी के उपयोग से मिलने वाले चमत्कारिक लाभों के बारे में बताते हैं।
अल्जाइमर के जोखिमों को कम करने में भी सहायक
अल्जाइमर एक मानसिक रोग होता है, जिससे पीड़ित व्यक्ति की याददाश्त कमजोर हो जाती है। ब्राह्मी का इस्तेमाल इस समस्या के जोखिमों को कुछ हद तक कम करने में सहायक सिद्ध हो सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, ब्राह्मी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-कॉन्वेलसेंट गुण मौजूद होते हैं, जो मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार करके अल्जाइमर की बीमारी से संबंधित जोखिम कारकों को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
चिंता और तनाव से राहत दिलाने में है कारगर
NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि ब्राह्मी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-एंग्जायटी और एंटी-डिप्रेशन गुण पाए जाते हैं, जो चिंता और तनाव से राहत दिला सकते हैं। यहीं नहीं, ये गुण चिंता और तनाव के कारण होने वाली बेचैनी और व्याकुलता को भी कम कर सकते हैं। जब भी आप इन मानसिक विकारों का सामना करें तो ब्राह्मी का सेवन करें या इसके एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करें।
कैंसर के जोखिम को कम करने में है मददगार
NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, ब्राह्मी का इस्तेमाल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के जोखिमों को कम करने में सहायक है क्योंकि इसमें कीमोप्रोटेक्टिव और एंटी-कैंसर गुण मौजूद होते हैं। ये गुण स्तन, कोलन, प्रोस्टेट और फेफड़ों के कैंसर को बढ़ने और इनके विस्तार को रोकने में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। हालांकि, कैंसर रोगियों के लिए पहली प्राथमिकता डॉक्टरी जांच होनी चाहिए क्योंकि ब्राह्मी कैंसर का इलाज नहीं है।
मधुमेह के स्तर को नियंत्रित करने में है सहायक
खून में शुगर की मात्रा बढ़ने से मधुमेह का खतरा उत्पन्न होता है। इस बीमारी के स्तर को नियंत्रित रखने में ब्राह्मी का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। एक शोध के अनुसार, ब्राह्मी के फूलों और पत्तियों में मौजूद एंटी-डायबिटिक, एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक और एंटी-ऑक्सीडेंट का प्रभाव उपस्थित होता है। ये तीनों ही प्रभाव रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित कर मधुमेह की समस्या को कम करने में मददगार हो सकते हैं।