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    प्लास्टिक के डिब्बों में खाने से बढ़ता है हृदय रोग का खतरा, अध्ययन में हुआ खुलासा

    प्लास्टिक के डिब्बों में खाने से बढ़ता है हृदय रोग का खतरा, अध्ययन में हुआ खुलासा

    लेखन सयाली
    Feb 18, 2025
    01:01 pm

    क्या है खबर?

    सभी की रसोई में प्लास्टिक के डिब्बे जरूर रखे होंगे, जिनमें खाना परोसा जाता है। कुछ डिब्बे हम खुद बाजार से खरीदकर लाते हैं तो कुछ ऑनलाइन खाना आर्डर करने पर मिल जाते हैं।

    हालांकि, इन प्लास्टिक के डिब्बों में भोजन करना स्वास्थ्य के लिहाज से हानिकारक हो सकता है।

    दरअसल, एक नए अध्ययन में पाया गया है कि इन डिब्बों में खाना खाने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है और धड़कन रुक सकती है।

    अध्ययन

    हुआ यह महत्वपूर्ण अध्ययन

    यह अध्ययन चीन के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया था, जिसे 2 भागों में बांटा गया था। इसमें पाया गया कि प्लास्टिक के डिब्बों में खाने से कंजेस्टिव हार्ट फेलियर यानि दिल की धड़कन रुकने की संभावना काफी हद तक बढ़ सकती है।

    इस अध्ययन को पूरा करने के लिए प्लास्टिक रसायनों को हृदय रोग से जोड़ने वाले पूर्व प्रमाणों का भी प्रयोग किया गया था।

    आइए जानते हैं कि इस शोध को किस तरह से पूरा किया गया था।

    प्रक्रिया

    जानिए इस अध्ययन को पूरा करने की प्रक्रिया

    इस अध्ययन को 2 भागों में पूरा किया गया था और इसमें 3,000 लोग शामिल हुए थे। सबसे पहले यह देखा गया कि ये लोग कितनी बार प्लास्टिक के डिब्बों में खाना खाते हैं और क्या उन्हें कोई हृदय रोग है या नहीं।

    इसके बाद 3 महीने तक चूहों को प्लास्टिक के बर्तनों में उबाला गया पानी पिलाया गया, जिसे अलग-अलग अंतराल पर उबाला गया था, जैसे 1 मिनट, 5 मिनट और 15 मिनट।

    नतीजे

    शोध के जरिए सामने आए ये चौकाने वाले नतीजे

    चूहों के मल के नमूनों से पता चला कि उनके आंत के बायोम में परिवर्तन हुआ और उनके दिल का स्वास्थ्य भी प्रभावित हुआ।

    शोधकर्ताओं ने चूहों के दिल के ऊतकों की जांच की और पाया कि वे क्षतिग्रस्त हो चुके थे। इसके अलावा, इस जोखिम के कारण चूहों में हृदयाघात, सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव के लक्षण भी बढ़ गए।

    प्लास्टिक के बर्तन में उबला हुआ पानी पीने से चूहों की आंत के माइक्रोबायोटा की संरचना भी प्रभावित हुई।

    जोखिम

    गर्म प्लास्टिक का न्यूनतम संपर्क भी है बेहद खतरनाक

    इस अध्ययन से पता चलता है कि प्लास्टिक के डिब्बों में खाना हृदय रोग के जोखिम का बड़ा कारक है। इससे मालूम चलता है कि गर्म प्लास्टिक के न्यूनतम संपर्क से भी खतरा बढ़ सकता है।

    इससे मायोकार्डियल ऊतक, आंत माइक्रोबायोटा और मेटाबोलाइट्स में परिवर्तन होता है, जो दिल की बीमारियों का कारण बनता है।

    प्लास्टिक में कई अंतःस्रावी विघटनकारी रसायन (EDCs) होते हैं, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।

    सुरक्षा

    प्लास्टिक के बर्तन इस्तेमाल करने से करें परहेज

    अगर आप दिल की बीमारियों से सुरक्षित रहना चाहते हैं तो प्लास्टिक के डिब्बों में खाना खाने से बचें। आप इसके बजाय स्टेनलेस स्टील या लोहे के बर्तनों में भोजन कर सकते हैं।

    जब भी बाहर से खाना लेने जाएं तो उसे स्टील के डिब्बों में पैक करवाएं या अपने खुद के बर्तनों में रखवाएं।

    इसके अलावा, मसाले रखने के लिए, पानी भरने के लिए और खाना पैक करने के लिए प्लास्टिक के डिब्बों व बोतलों का प्रयोग न करें।

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