
मानसून के दौरान अपने फर्नीचर को नमी से सुरक्षित रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स
क्या है खबर?
मानसून का मौसम गर्मी से राहत तो देता है, लेकिन यह अपने साथ कुछ समस्याएं भी लाता है।
खासतौर से इस मौसम में नमी के कारण फर्नीचर में फंगस लगने की संभावना काफी बढ़ जाती है, जिससे घर में गंदगी के साथ-साथ अजीब सी बदबू भी आने लगती है।
आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देते हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने फर्नीचर को इस बारिश के मौसम से सुरक्षित और चमकदार बनाए रख सकते हैं।
#1
नमी से बचाना है जरूरी
आप अपने फर्नीचर को दीवार और खिड़कियों से दूर रखें क्योंकि इनकी वजह से बारिश का पानी फर्नीचर तक आ सकता है, जो बैक्टीरिया को आकर्षित करके इसे खराब कर सकता है।
इसके अतिरिक्त, फर्नीचर की सफाई के लिए गीली चीजों की बजाय सूखे कपड़े का इस्तेमाल करें और समय-समय पर टेबल-कुर्सी आदि को पॉलिश करें।
अलमारी को नमी और कीटों से सुरक्षित रखने के लिए कपूर या नेफथलीन की गोलियां इसमें रखें।
#2
कमरों का वेंटिलेशन होना चाहिए बेहतर
फर्नीचर को नमी से सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण यह भी है कि कमरे का वेंटिलेशन अच्छा होना चाहिए।
इसके लिए अपने कमरों में भारी परदे लगा रखे हैं तो उनकी जगह हल्के परदे लगाएं ताकि सूरज की रोशनी और हवा घर के अंदर आए।
इस तरह आपका फर्नीचर न सिर्फ नमी से बचेगा बल्कि उसमें अगर बैक्टीरिया लग रहे होंगे तो वे भी खत्म हो जाएंगे।
इसके अतिरिक्त, आप अपने घर में एक डीह्यूमिडिफायर लगा सकते हैं।
#3
फर्नीचर को भारी चीजों से रखें दूर
कालीन जैसी चीजें नमी को जल्दी अवशोषित कर लेती हैं, जिसके कारण उनमें फंगस लगने का खतरा बढ़ जाता है और अगर ये चीजें फर्नीचर के साथ होंगी तो उसे भी खराब कर सकती हैं।
इसलिए भारी कालीनों को मानसून के दौरान सूखी जगह पर स्टोर करें।
इसके अलावा, अलमारी और घर के सभी कैबिनेट में नमी सोखने वाली चीजें रखें ताकि आपके कपड़े, किताबें और अन्य चीजें नमी से सुरक्षित रहें।
#4
लकड़ी के फर्नीचर की करें अतिरिक्त देखभाल
नमी के कारण लकड़ी के फर्नीचर की प्लाई फूलने लगती है, जिसके बाद उसे फेंकने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचता, इसलिए मानसून के दौरान लकड़ी के फर्नीचर की अतिरिक्त देखबाल करना जरूरी हो जाता है।
इसके लिए लकड़ी के फर्नीचर को समय-समय पर पॉलिश करें और अगर उनके दराज खुलने और बंद होते समय फंस रहे हैं तो उनके चैनल पर तेल डालें।
वहीं, सूखे कपड़े से उनकी डस्टिंग करें और रोजाना उन्हें कुछ मिनट धूप में रखें।