कॉफी के शौकीन हैं तो भारत की इन पांच जगहों की जरूर करें सैर
कॉफी का सेवन शरीर को ऊर्जावान महसूस करवाने में मदद करता है। वैसे आजकल हर किराने की दुकान पर पैकेज्ड कॉफी मिल जाएगी, लेकिन उनमें से अधिकतर में प्रिजर्वेटिव और आर्टिफिशियल रंग समेत आर्टिफिशियल स्वाद आदि मिला होता है, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आप कॉफी के शौकीन हैं तो आइए आज हम आपको भारत की पांच ऐसी जगहों के बारे में बताते हैं, जहां जाकर आप असली कॉफी का आनंद ले सकते हैं।
यरकौड
तमिलनाडु में स्थित यरकौड एक हिल स्टेशन है, जिसे भारत का सबसे पुराना कॉफी बागान गंतव्य माना जाता है। इसकी शुरुआत 19वीं शताब्दी में सेलम के कलेक्टर द्वारा की गई थी। हिल स्टेशन के आसपास के सुरम्य वातावरण के बीच यहां कई संतरे और कॉफी के बागान हैं। इसके अतिरिक्त, यहीं पर MSP कॉफी नामक पहला भारतीय स्वामित्व वाला कॉफी बागान है। इसलिए यहां के सुहावने मौसम का आनंद लेते हुए कॉफी का सेवन करने में अलग ही मजा आएगा।
कूर्ग
कॉफी उत्पादन के लिए मशहूर कर्नाटक के कूर्ग में आए बिना आपका कॉफी ट्रेल अधूरा रहेगा। कई झीलों, हरी-भरी पहाड़ियों और समृद्ध वनस्पतियों से समृद्ध कूर्ग में विश्व प्रसिद्ध अरेबिका और रोबस्टा किस्मों की कॉफी उगाई जाती हैं। कॉफी के शौकीनों के लिए इस हिल स्टेशन की यात्रा करने के लिए नवंबर सबसे अच्छा समय है क्योंकि आप इस दौरान आप खेती करने वाले लोगों को कॉफी बेरी तोड़ते हुए देख सकते हैं।
वायनाड
केरल में स्थित वायनाड अपने सुंदर और सुगंधित कॉफी बागानों के लिए काफी मशहूर है और अपने परिवार के साथ एक शांतिपूर्ण छुट्टी बिताने के लिए एक आदर्श स्थान भी। यहां की कॉफी का स्वाद चखने के साथ-साथ आप यहां की एडक्कल गुफाओं की ओर रूख कर सकते हैं और बर्डवॉचिंग का आनंद ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यहां की कुरुवा द्वीप नदी में रिवर राफ्टिंग का एक अलग अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
अरकु घाटी
आंध्र प्रदेश की अरकु घाटी अपनी स्वदेशी कॉफी के लिए लोकप्रिय है, जिसकी सुगंध और स्वाद में ही आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। जब यहां आए तो अनंतगिरी पहाड़ियों की यात्रा करें क्योंकि वहां लाखों कॉफी बागान हैं। यहां कॉफी ऑर्गेनिक खेती तकनीकों का उपयोग करके उगाई जाती है और हजारों आदिवासी खेती की प्रक्रिया में शामिल होते हैं। आपको यहां की अरकु एमराल्ड जरूर ट्राई करनी चाहिए, जो मूल रूप से स्थानीय जनजातियों द्वारा उगाई जाने वाली ऑर्गेनिक कॉफी है।
चिकमगलूर
कर्नाटक में सिर्फ कूर्ग ही कॉफी प्रोमियों के लिए एकमात्र जगह नहीं है बल्कि यहां की चिकमगलूर नामक जगह पर कॉफी के कई बागान हैं। अपने सुरम्य परिवेश से मंत्रमुग्ध करने के अलावा चिकमगलूर कई कॉफी बागानों से घिरा हुआ है, जिसके लिए आपको थोड़ी ट्रेकिंग करनी होगी। दिलस्प बात यह है कि मोर भी इन कॉफी बागानों का एक हिस्सा हैं। बता दें कि चिकमगलूर वह स्थान है, जहां कॉफी को पहली बार भारत में पेश किया गया था।