वजन कम करने में कैसे मदद करती है ग्रीन टी?

जब बात फिटनेस और स्वास्थ्य की आती है तो ग्रीन टी का नाम लगभग हर किसी की जुबान पर आता है। इसका मुख्य कारण यह है कि इसमें बायोएक्टिव पदार्थों के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म तेज करके शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने समेत कई तरह के स्वास्थ्य लाभ देने में सक्षम है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि वजन घटाने में ग्रीन टी का सेवन कैसे मदद करता है।
डॉ अकांक्षा ने बताया कि ग्रीन टी शरीर में ग्लूकोसिडेज, पैंक्रियाटिक लाइपेज और एमाइलेज जैसे एंजाइमों को रोकती है, जो आंतों में कार्बोहाइड्रेट और फैट के निर्माण के लिए जिम्मेदार होते हैं। ऐसे जटिल अणुओं को कम करके ग्लूकोज और फैटी एसिड जैसे सरल अणुओं का अवशोषण भी कम हो जाता है। वहीं, वजन घटाने के लिए ग्रीन टी की प्रभावकारिता भिन्न होती है और यह चर्चा का विषय है, लेकिन शरीर के लिए ग्रीन टी सबसे कम दुष्प्रभावी है।
ग्रीन टी में जरूरी बायोएक्टिव पदार्थ जैसे कैफीन और कैटेचिन होते हैं, जो शरीर की मेटाबॉलिज्म दर को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। तेज मेटाबॉलिज्म दर शरीर की अधिक कैलोरी बर्न करके ऊर्जा को बढ़ाती है, जिस कारण वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त, यह शरीर के ब्लड सर्कुलेशन में एंटी-ऑक्सीडेंट के स्तर को भी बढ़ाता है। अध्ययनों के अनुसार, ग्रीन टी के सेवन से रोजाना 75-100 कैलोरी बर्न की जा सकती है।
कैलोरी को बर्न करने में ग्रीन टी काफी प्रभावी मानी जाती है, इसलिए आजकल विभिन्न वजन घटाने वाले सप्लीमेंट्स में ग्रीन टी का अर्क मौजूद होता है। हालांकि, इन सप्लीमेंट्स का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के करना गलत है। आप चाहें तो अपने शरीर की अतिरिक्त कैलोरी को तेजी से बर्न करने के लिए अपने रोजाना के वर्कआउट सेशन से पहले एक कप ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं।
अधिक मात्रा में चीनी का सेवन वजन को बढ़ाने और कई तरह की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है और ग्रीन टी चीनी के सेवन को कम करने में मदद करती है क्योंकि इसके लिए चीनी की आवश्यकता नहीं होती है। इसके अलावा, ग्रीन टी शरीर के डोपामाइन और नॉरपेनेफ्रिन जैसे तत्वों को प्रभावित करके आपकी भूख को भी सीमित करने में भी मदद करती है, जिससे आप अधिक खाने से बचकर वजन को कम कर सकते हैं।
हमारे शरीर में दो तरह के फैट होते हैं, जिसे ब्राउन फैट और व्हाइट फैट कहा जाता है। ब्राउन फैट को गुड फैट के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह वजन कम करने में सहयोगी होता है, जबकि व्हाइट फैट शरीर में स्क्विशी बैड फैट होता है, जो वजन बढ़ने पर दिखाई देता है। ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन शरीर के ब्राउन फैट को बढ़ाने में मदद करता है, जो वजन को कम करने में मदद कर सकता है।