#NewsBytesExplainer: क्या होती है गोलो डाइट और यह वजन घटाने में सहायक है?
गोलो डाइट गूगल पर सबसे अधिक खोजी जाने वाली डाइट में से एक है। इसकी प्रतिक्रिया और परिणामों को जानने के लिए डॉक्टरों, फार्मासिस्टों और वैज्ञानिकों की एक विशेष टीम को लगभग 9 साल का समय लगा था। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस डाइट को 30, 60 या 90 दिन तक फॉलो करने से वजन घटाने में काफी मदद मिल सकती है। हालांकि, आप इस डाइट को फॉलो करने के लिए आगे बढ़ें, उससे पहले इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जान लें।
गोलो डाइट क्या है?
गोलो डाइट वजन घटाने के लिए इंसुलिन रजिस्टेंस को कम करने पर केंद्रित होती है और मेटाबॉलिज्म को सुधारने में भी मदद करती है। इसके अतिरिक्त यह डाइट ग्लूकोज के स्तर को भी नियंत्रित रखती है। दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन विश्वविद्यालय में किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि इंसुलिन संवेदनशीलता लंबे समय तक वजन घटाने के प्रमुख कारकों में से एक है। अन्य डाइट के विपरीत गोलो डाइट में अधिक खाया जा सकता है।
यह कैसे काम करती है?
गोलो सप्लीमेंट 7 पौधों के अर्क और 3 खनिजों का मिश्रण है, जो वजन घटाने में मदद करता है। इसका मुख्य सिद्धांत कैलोरी कम करने पर निर्भर होने की जगह स्वस्थ खाने पर ध्यान केंद्रित करता है। यह मेटाबॉल्जिम को बढ़ावा देने के लिए आपकी हार्मोनल क्रिया में भी सुधार करता है। आधिकारिक गोलो वेबसाइट के मुताबिक, डाइट चीनी की इच्छा को कम करने, भूख और पेट के भरा होने की स्थिति को नियंत्रित करने सहित ऊर्जा को बढ़ाती है।
क्या गोलो डाइट वजन घटाने में मदद कर सकती है?
यह मुख्य रूप से नियमित व्यायाम के साथ स्वस्थ खाने की आदतों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करती है। गोलो वेबसाइट पर प्रकाशित कुछ अध्ययन हैं, जो साबित करते हैं कि गोलो डाइट को फॉलो करने के साथ-साथ रोजाना एक्सरसाइज करने से सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। गोलो डाइट वजन घटाने में मदद कर सकती है, लेकिन इसके लिए अभी और वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है।
गोलो डाइट वाले क्या खाएं और क्या नहीं?
क्या खाएं- ब्राउन राइस, क्विनोआ, जौ, गेहूं, ओट्स, चिकन, मछली, ताजी मौसमी सब्जियां, मौसमी फल, पनीर, दूध, योगर्ट, पनीर, दही, मक्खन और आइसक्रीम। क्या न खाएं- चिप्स, बेक चीजें, कंफेक्शनरी की चीजें, पोर्क, रेड मीट, सोडा, मीठे पेय, कार्बोनेटेड पेय, आर्टिशियल स्वाद और रंग वाले फलों के जूस। इसके अतिरिक्त, बासी खान-पान की चीजों को भी खाने से बचें।
गोलो आहार के फायदे
गोलो डाइट फॉलो करने से प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से दूरी बन जाती है और शरीर चीनी सहित कार्बोनेटेड चीजों से भी सुरक्षित रहता है। संतुलित भोजन करना और स्वस्थ आदतें अपनाना ही गोलो डाइट का लक्ष्य है। इसमें कई तरह की हरी और रंगीन सब्जियां, स्वस्थ वसा और लीन प्रोटीन मौजूद होता है। ये न केवल विटामिन और खनिजों से भरे होते हैं बल्कि पेट को भी लंबे समय तक भरा हुआ भी महसूस कराते हैं।
क्या हैं गोलो डाइट के नुकसान?
इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि गोलो डाइट सीधे वजन घटाने में सहायता करती है। सटीक परिणाम जानने के लिए अभी भी शोध की कमी है। हालांकि, कुछ अध्ययनों ने कुछ सकारात्मक परिणाम प्रकट किए हैं। इस डाइट को फॉलो करना काफी महंगा पड़ सकता है। इसका कारण है कि इसमें खान-पान की चीजों के साथ-साथ महंगे सप्लीमेंट्स भी शामिल होते हैं।
क्या गोलो डाइट को बिना भोजन के फॉलो किया जा सकता है?
कई डाइटीशियन का कहना है, "बिना भोजन के गोलो डाइट के लिए सप्लीमेंट लेने की सलाह नहीं दी जाती है।" जानकारी के अनुसार, यह डाइट निर्धारित चीजों के साथ फॉलो की जानी चाहिए, जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और स्वस्थ वसा वाला संतुलित भोजन सबसे अहम है। खाली पेट या बिना भोजन के सप्लीमेंट लेने से पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है। ऐसे में अच्छा रहेगा कि आप इस डाइट को बिना डाइटीशियन की सलाह के फॉलो न करें।