सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है श्रिंप स्क्वाट चैलेंज, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं से सुरक्षित रहने के लिए लोगों के बीच फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। सोशल मीडिया पर लोगो की फिटनेस यात्रा से जुड़ी वीडियो मिल जाएंगी और समय-समय पर कई फिटनेस चैलेंज भी वायरल होते रहते हैं, जिन्हें आजमाने से लोग खुद को रोक नहीं पाते हैं। श्रिंप स्क्वाट चैलेंज भी उन्हीं में एक है, जिसने लोगों को काफी ज्यादा आकर्षित किया है। आइए जानते हैं कि श्रिंप स्क्वाट चैलेंज में क्या होता है।
श्रिंप स्क्वाट चैलेंज क्या है?
श्रिंप स्क्वाट चैलेंज सिंगल-लेग स्क्वाट एक्सरसाइज का एक रूप है, जो शरीर के संतुलन, ताकत और लचीलेपन के बारे में बता सकता है। इसे करने के लिए जमीन पर दोनों घुटनों के बल खड़ा होना होता है, फिर एक पैर को कूल्हे से सटाकर हाथ से पकड़ लें। इसके बाद दूसरे पैर से शरीर को उठाने में मदद करें और एकदम सीधे खड़े हो जाए। इस एक्सरसाइज को करते समय शरीर की मुद्रा श्रिंप यानी झींगा जैसी हो जाती है।
किन लोगों को नहीं करनी चाहिए यह एक्सरसाइज?
अगर आपको कोई ऐसी बीमारी है, जिसमें आपका शरीर डगमगाता है तो इस एक्सरसाइज को न करें क्योंकि इससे चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है। अगर पीठ, पैरों और हाथों में दर्द हो तो इस एक्सरसाइज को न करें। गर्भवती महिलाएं भी इस एक्सरसाइज को करने से बचें क्योंकि इसे करते समय गलत मुद्रा या संतुलन न बनने के कारण कोई भी दुर्घटना हो सकती है। ऑस्टियोपोरोसिस के रोगी भी इस तरह की एक्सरसाइज से दूरी बनाएं।
श्रिंप स्क्वाट करने से मिलने वाले फायदे
श्रिंप स्क्वाट मुख्य रूप से क्वाड्रिसेप्स, हैमस्ट्रिंग और ग्लूट्स सहित निचले शरीर की सभी मांसपेशियों को मजबूती प्रदान कर सकता है। इससे शरीर का लचीलापन बढ़ने समेत स्थिरता आती है। इस एक्सरसाइज के लिए किसी भी तरह के उपकरण की जरूरत नहीं होती और इसे कहीं भी किसी भी समय किया जा सकता है। इस एक्सरसाइज का अभ्यास वजन को नियंत्रित रखने में भी मदद कर सकता है।
इस एक्सरसाइज से जुड़ी महत्वपूर्ण टिप्स
अगर आपके लिए श्रिंप स्क्वाट नया है तो इसे करने से पहले कुछ दिन रोजाना सामान्य स्क्वाट और लंज एक्सरसाइज करें ताकि आपका शरीर इस नई एक्सरसाइज के लिए स्थिरता और संतुलन अच्छे से बना सके। श्रिंप स्क्वाट करते समय पीठ को एकदम सीधा रखें और अगर इससे असुविधा होती है तो पीठ पर दबाव न डालें। अगर आपको इसे समय दर्द हो तो समझ जाइए कि तकनीक ठीक नहीं है, इसलिए इसे शुरूआत में विशेषज्ञ की निगरानी में करें।