लंज: जानिए कैसे की जाती है यह एक्सरसाइज और इससे जुड़ी कुछ खास बातें

लंज एक्सरसाइज शरीर के निचले हिस्सों पर कार्य करती है। यह एक्सरसाइज कूल्हे और पैरों की मुख्य मांसपेशियों को मजबूती प्रदान कर उन्हें लचीला बनाए रखने में काफी मदद करती है। इसके अलावा यह एक्सरसाइज पैरों की दर्द सहने की क्षमता को बढ़ाकर उन्हें मजबूती के साथ-साथ अच्छा आकार देने में भी मदद करती है। आइए आज आपको लंज एक्सरसाइज करने का सही तरीका, इसके फायदे, इससे जुड़ी सावधानियां और गलतियों के बारे में बताते हैं।
सबसे पहले जमीन पर सीधे खड़े होकर अपने दाएं पैर को आगे बढ़ाएं और उसको घुटनों से मोड़ते हुए 90 डिग्री का कोण बनाएं। अब बायां पैर पीछे के ओर सीधा करें और दोनों पैरों के बीच में कम से कम दो-तीन फीट की दूरी कायम करें। कुछ सेकेंड इसी स्थिति में रहने के बाद खुद को ऊपर की ओर उछालें। इससे आप प्रारंभिक स्थिति में आ जाएंगे। इसे रेप्स कहते हैं। इसी तरह दोनों पैर से 12-15 रेप्स करें।
शुरूआत में इस एक्सरसाइज को किसी जिम ट्रेनर के सामने करने की कोशिश करें। अगर आपके पैरों में दर्द है या फिर घुटनों का ऑपरेशन हुआ है तो इस एक्सरसाइज को न करें। अगर आप किसी भी शारीरिक बीमारी से ग्रस्त है तो इस एक्सरसाइज को करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। गर्भवती महिलाएं इस एक्सरसाइज को करते समय संतुलन बनाने में अधिक सावधानी बरतें या फिर इस एक्सरसाइज को न ही करें।
शरीर के संतुलन को बेहतर बनाने में यह एक्सरसाइज काफी मदद कर सकती है। इस एक्सरसाइज से पीठ के निचले हिस्से के दर्द को ठीक किया जा सकता है। रोजाना लंज एक्सरसाइज करने से कूल्हे का लचीलापन बढ़ता है। यह एक्सरसाइज पैरों और कूल्हों की मजबूती के लिए भी काफी अच्छी है। इस एक्सरसाइज का पेट की मांसपेशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बढ़ते वजन को नियंत्रित करने के लिए भी यह एक बेहतरीन एक्सरसाइज है।
यह एक्सरसाइज करते समय कुछ लोग अपने पैरों के बीच काफी दूरी रखते हैं जिससे उन्हें संतुलन बनाने में मुश्किल होती है। इसलिए पैरों के बीच उतनी ही दूरी बनाएं जिससे उठने में दिक्कत न हो। अधिक पैर आगे करने से थाइज की मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है, इसलिए इससे बचें। एक्सरसाइज के दौरान घुटनों पर अधिक दबाव न बनाएं क्योंकि इससे चोट लग सकती है। एक्सरसाइज के दौरान रीढ़ की हड्डी को झुकाने की भूल भी न करें।