त्योहारों पर बिकती हैं मिलावटी मिठाइयां, जानिए मिठाइयों और डेयरी उत्पादों की गुणवत्ता जांचने के तरीके
दिवाली के त्योहार का उत्सव 5 दिनों तक चलता है, जिसकी शुरुआत आज धनतेरस से हो गई है। भारत के सभी त्योहारों की तरह दिवाली भी मिठाइयों के बिना अधूरी मानी जाती है। हालांकि, इस दौरान कई विक्रेता अपनी दुकानों पर मिलावटी मिठाइयां और डेयरी उत्पाद बेचते हैं, जिनसे हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। आप त्योहारों के दौरान मिठाइयां और डेयरी उत्पाद खरीदने से पहले उनकी गुणवत्ता जांचने के लिए ये तरीके अपना सकते हैं।
मिठाइयों और डेयरी उत्पादों में ऐसे लगाएं स्टार्च का पता
भारत में लोगों को छेने वाली मिठाई और खोये की मिठाई खाना बेहद पसंद होता है। हालांकि, कुछ विक्रेता इन मिठाइयों में शुद्ध खोये और पनीर की जगह पर स्टार्च मिला देते हैं। इसकी पहचान करने के लिए 3 मिली खोये या पनीर को 3 मिली पानी में उबालें। इसे ठंडा करके इसमें टिंचर आयोडीन की 2-3 बूंदें मिलाएं। अगर यह मिश्रण नीला हो जाए, तो समझ जाएं कि इसमें स्टार्च मौजूद है।
इस तरह से पहचानें चीनी में चॉक पाउडर है या नहीं
मिठाइयों को बनाने में चीनी का उपयोग होता है, जिससे उन्हें उनका स्वाद मिलता है। हालांकि, त्योहारों के दौरान कुछ लोग चीनी में चॉक का पाउडर मिलाकर बेचते हैं, जिसे जाने-अनजाने में मिठाइयों में शामिल कर दिया जाता है। चीनी में चॉक पाउडर की मिलावट की जांच करने के लिए एक कांच का गिलास लेकर उसमें पानी निकालें। अब इसमें चीनी को डालें और मिला दें। अगर इसमें चॉक पाउडर मिला होगा, तो वो गिलास की सतह पर टिक जाएगा।
चांदी के वर्क में एल्युमीनियम की मिलावट का परीक्षण
दिवाली, धनतेरस और भाई दूज आदि पर बिकने वाली मिठाइयों के ऊपर चांदी का वर्क लगाया जाता है। यह चांदी से बनी बेहद पलटी शीट होती है, जिसे खाया जा सकता है। इन दिनों कई विक्रेता चांदी के वर्क में एल्युमीनियम की मिलावट करने लगे हैं। इसे जांचने के लिए चांदी की शीट को उंगलियों की मदद से मीसें। अगर वह पाउडर बनने के बजाय छोटे टुकड़ों में बट जाए, तो समझ जाएं कि वह मिलावटी है।
दूध में डिटर्जेंट का पता लगाने के लिए करें यह परिक्षण
मिठाई बेचने वाले कई विक्रेता आज-कल दूध के बजाय डिटर्जेंट से मिठाई बना देते हैं। वे डिटर्जेंट को पानी में घोलकर दूध जैसा रंग प्रदान करते हैं और उससे ही मिठाई तैयार कर देते हैं। दूध में डिटर्जेंट का पता लगाने के लिए 5 मिली दूध को 5 मिली पानी में मिलाएं। इसे अच्छी तरह से हिलाएं और गौर से देखें। अगर दूध में डिटर्जेंट होगा, तो इसमें गाढ़ा झाग बन जाएगा।
ऐसे करें असली केसर की पहचान
केसर एक बेहद महंगा मसाला है, जिसकी कीमत 3.5 से 3.6 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है। यह मसाला मिठाइयों में विशेष रूप से इस्तेमाल होता है, जो उनके स्वाद को दोगुना कर देता है। इन दिनों कई लोग केसर की जगह पर भुट्टे के बाल रंगकर बेच रहे हैं। इसकी पहचान करने के लिए एक कांच का गिलास लें और उसमें केसर और पानी डालें। अगर केसर नकली हुआ, तो उसका रंग कुछ सेकंड में ही उतर जाएगा ।