
उत्तर कोरिया ने चीन सीमा के पास बनाया गुप्त सैन्य अड्डा, इन देशों को खतरा
क्या है खबर?
उत्तर कोरिया ने चीन सीमा के पास एक गुप्त सैन्य अड्डा बनाया है, जिसने अमेरिका समेत कई देशों के कान खड़े कर दिए हैं। वाशिंगटन स्थित थिंकटैंक सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (CSIS) ने बुधवार को प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में बताया कि अघोषित सिनपुंग-डोंग मिसाइल संचालन बेस चीन सीमा से लगभग 27 किमी दूर है। यह सैन्य अड्डा उत्तरी प्योंगान प्रांत में स्थित है, जिसमें लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें रखी जा सकती हैं।
तैयारी
उत्तर कोरिया ने कभी नहीं की घोषणा
रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्य अड्डे में संभवतः 6 से 9 परमाणु क्षमता वाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें (ICBM) और उनके लांचर रखे हैं। CSIS ने सिनपुंग-डोंग की पहली गहन रिपोर्ट में बताया कि यह अड्डा उत्तर कोरिया की उन 15 से 20 बैलिस्टिक मिसाइल बेसों, रखरखाव, सहायता, मिसाइल भंडारण और हथियार भंडारण सुविधाओं में एक है, जिनकी घोषणा किम जोंग उन प्रशासन ने कभी नहीं की। CSIS ने कहा कि युद्ध के समय लांचर और मिसाइलें बेस से निकल सकती हैं।
खतरा
किन देशों पर खतरा?
उत्तर कोरिया के गुप्त सैन्य अड्डे का सबसे बड़ा खतरा पूर्वी एशिया और महाद्वीपीय अमेरिका को है, जो संभावित परमाणु खतरा पैदा करते हैं। पूर्वी एशियाई देशों में अगर चीन और मंगोलिया को छोड़ दें तो जापान और दक्षिण कोरिया से उत्तर कोरिया के रिश्ते काफी जटिल हैं। ताइवान, हांगकांग और मकाऊ भी चीन के आधिकारिक क्षेत्र में आता है, इसलिए वे सीधे उत्तर कोरिया से कोई संबंध नहीं रखते। चीन और मंगोलिया उत्तर कोरिया से व्यापारिक संबंध रखते हैं।
जानकारी
मॉस्को के करीब आ गया है प्योंगयांग
उत्तर कोरिया से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 2019 की वार्ता विफल रहने और यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद प्योंगयांग मॉस्को के करीब आ गया है। उत्तर कोरिया ने 2024 में रूस में 10,000 से अधिक सैनिक, तोप, मिसाइल और रॉकेट प्रणालियां भेजी हैं।