अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: नींद संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं ये योगासन
क्या है खबर?
साल 2019 के एक अध्ययन के अनुसार, भारत में सबसे ज्यादा लोग नींद संबंधी विकारों से ग्रस्त हैं और यहां औसत व्यक्ति 7 घंटे एक मिनट की नींद लेता है।
तनाव और भागदौड़ भरी जिंदगी कुछ ऐसे कारक हैं, जो हमारी नींद को प्रभावित कर सकते हैं।
हालांकि, योग शरीर और दिमाग को आराम देकर नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकता है। इसके लिए इन 5 योगासनों और प्राणायाम का नियमित अभ्यास करें।
#1
यस्तिकासन
यस्तिकासन एक बेहतरीन आसन है, जो खराब शारीरिक मुद्रा को ठीक करने और नींद के विकारों से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है।
इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। अब सांस लेते हुए अपने हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और जितना हो सके, उतना स्ट्रेच करें।
इसके साथ ही अपने पैरों को पूरी तरह से फैलाएं। सांस लेना जारी रखते हुए इस मुद्रा में 10 सेकंड के लिए रूकें।
#2
भद्रासन
सबसे पहले योगा मैट पर अपने दोनों पैरों को आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं, फिर पैरों को मोड़कर अपने दोनों तलवों को आपस में मिला लें।
इसके बाद दोनों हाथों से तलवों को पकड़ लें और नाक की नोक के केंद्र पर ध्यान केंद्रित करें।
इस दौरान अगर आपको आंखों में खिंचाव या भारीपन महसूस होता है तो उन्हें थोड़ी देर के लिए बंद कर लें।
अब अपनी क्षमतानुसार इस मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
#3
उत्तानासन
उत्तानासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
अब सांस छोड़ते हुए और कूल्हों की तरफ से मुड़ते हुए नीचे झुकें। ध्यान रहें कि आपके घुटने बिल्कुल सीधे हों और पैर एक−दूसरे के समानांतर हों।
इसके बाद अपने हाथों से अपने पंजों को छूने की कोशिश करें।
कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे−धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
यकीनन इस योगासन के नियमित अभ्यास से आपको काफी फायदा होगा।
#4
भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम के लिए योगा मैट पर पद्मासन की स्थिति में बैठ जाएं।
अब दोनों हाथों को कोहनियों से मोड़कर अपने कानों के पास लाएं और अंगूठों से दोनों कानों को बंद करें, फिर हाथों की तर्जनी उंगलियों को माथे पर और मध्यमा, अनामिका और कनिष्का उंगली को बंद आंखों के ऊपर रखें।
इसके बाद मुंह बंद करें और नाक से सांस लेते हुए ओम का उच्चारण करें।
कुछ मिनट बाद धीरे-धीरे प्राणायाम को छोड़ दें।
#5
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
अनुलोम-विलोम अप्राणायाम के लिए पहले योगा मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठें और दोनों आंखों को बंद कर लें।
अब दाएं हाथ के अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद करके नाक के बाएं छिद्र से सांस लें, फिर अपने दाएं हाथ की अनामिका उंगली से नाक के बाएं छिद्र को बंद करके दाएं छिद्र से सांस छोड़ें।
कुछ मिनट यह प्रक्रिया दोहराने के बाद धीरे-धीरे अपनी आंखें खोलें और प्राणायाम का अभ्यास छोड़ दें।