आलिया भट्ट की योगा ट्रेनर ने इन 5 योगासन को बताया स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद
योग स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है और कई डॉक्टर्स भी लोगों काे इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की सहाल देते हैं। हालांकि, इसमें कई योगासन शामिल हैं और ऐसे में यह समझना मुश्किल हो जाता है कि उनमें से किसे रुटीन का हिस्सा बनाना चाहिए? हाल ही में आलिया भट्ट की योगा ट्रेनर अंशुका परवानी ने अपने इंस्टाग्राम पर पांच योगासनों के बारे में बताया है, जिनके अभ्यास से पूरे शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
ताड़ासन
ताड़ासन के लिए जमीन पर सावधान मुद्रा में खड़े होकर अपने दोनों हाथों को आसमान की ओर सीधा उठाएं और अपनी उंगलियों को आपस में फंसा लें। अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए पंजों के बल खड़े होकर शरीर को ऊपर की ओर खींचने की कोशिश करें। जब शरीर पूरी तरह तन जाए तो इस मुद्रा में कुछ देर बने रहें और सांस लेते रहें। अंत में सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए पहले वाली अवस्था में आ जाएं।
वृक्षासन
वृक्षासन के लिए योगा मैट पर दोनों पैरों को आपस में जोड़ते हुए सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब शरीर का संतुलन बनाते हुए हाथों की मदद से बायां तलवा दायीं जांघ पर रख लें। इसके बाद अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाते हुए नमस्कार की अवस्था में आ जाएं। थोड़ी देर इसी अवस्था में रहकर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में आएं और कुछ देर शरीर को आराम देकर आसन को दोहराएं।
मार्जरी आसन
इसके लिए योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठें और अपने हाथों को आगे की ओर फैलाकर घुटनों के बल आ जाएं। अब सांस लेते हुए कमर को नीचे की ओर करें और गर्दन को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इस अवस्था में बने रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर करें और गर्दन को नीचे की ओर झुकाएं। कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
मालासन
सबसे पहले योगा मैट पर अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर और कंधे की सीध से बाहर की तरफ फैलाकर बैठें। बैठते समय कमर का ऊपरी भाग सीधा होना चाहिए। इस अवस्था में आने के बाद शरीर मल त्यागने वाली मुद्रा में दिखाई देने लगेगा। अब अपने दोनों हाथों को नमस्कार मुद्रा में जोड़ लें। कुछ मिनट इसी मुद्रा में रहने की कोशिश करें और फिर आसन को छोड़ दें।
बद्धकोणासन
इसके लिए योगा मैट पर अपने दोनों पैरों को आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं। अब पैरों को मोड़कर अपने दोनों तलवों को आपस में मिला लें। इसके बाद दोनों हाथों से तलवों को पकड़ लें और अपने दोनों घुटनों को आराम-आराम से तितली के पंखों की तरह ऊपर-नीचे करें। इस दौरान सामान्य गति से सांस लेते रहें। कुछ सेकंड के बाद आसन को धीरे-धीरे छोड़ दें।