शरीर को डिटॉक्स करने में मदद कर सकती हैं ये 5 जड़ी-बूटियां
सर्दियों के दौरान कई लोग जायके के चक्कर में तरह-तरह की चीजों का सेवन कर लेते हैं, जिस वजह से शरीर डिटॉक्स नहीं हो पाता। खासतौर से तली-भुनी चीजों को खाने से पाचन बिगड़ जाता है, जिसके कारण दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। इन दवाइयों से आराम तो मिलता है, लेकिन शरीर डिटॉक्स नहीं हो पाता। आइए आज कुछ ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बारे में जानते हैं, जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद कर सकती हैं।
मंजिष्ठा का करें सेवन
मंजिष्ठा खून को साफ करने और त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। यह त्वचा की सूजन को कम करने और त्वचा की एलर्जी का इलाज करने में भी मदद करती है। इसके अतिरिक्त मंजिष्ठा में मौजूद एल्केलाइड्स, कार्डियक ग्लाइकोसाइड्स, टैनिन, फ्लेवोनोइड्स और फिनोल कंपाउंड इम्युनिटी को मजबूती देने में कारगर हैं। लाभ के लिए गुनगुने पानी में थोड़ा-सा मंजिष्ठा का पाउडर मिलाकर पीएं। यहां जानिए मंजिष्ठा के अन्य फायदे।
गिलोय का जूस बनाकर पीएं
गिलोय के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स लिवर और किडनियों को डिटॉक्स करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा इसके सेवन से शरीर के पित्त दोष को संतुलित करने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह शरीर में लैक्टिक एसिड का उत्पादन बढ़ाकर पाचन शक्ति को बेहतर करने का काम करता है और आंत को संक्रमण से बचाता है। लाभ के लिए गिलोय के जूस का सेवन करें।
डाइट में शामिल करें नीम
नीम का कड़वा स्वाद शरीर को डिटॉक्स करने की इसकी क्षमता को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण विषाक्त पदार्थों से लड़ने और खून को शुद्ध करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही नीम के मेथनॉल-अर्क में मौजूद पॉलीफेनोल में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण होते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक हैं। लाभ के लिए नीम की पत्तियों को पीसकर इसके जूस की कुछ बूंदों को गुनगुने पानी में मिलाकर पीएं।
अश्वगंधा की चाय से होगा फायदा
अश्वगंधा का सेवन भी शरीर को डिटॉक्स करने में प्रभावी माना जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा की समस्याओं को पैदा करने वाले कीटाणुओं को हटाते हैं और त्वचा से अतिरिक्त तेल को दूर करने में भी मदद करते हैं। इसी के साथ इसमें मौजूद कई पोषक तत्व त्वचा के pH स्तर को संतुलित रखते हैं, जिससे त्वचा पर निखार आता है। लाभ के लिए बिना दूध वाली अश्वगंधा की चाय पीएं।
बाला भी है प्रभावी
बाला का सेवन भी शरीर को डिटॉक्स कर सकता है। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट गुण शरीर से हानिकारक मुक्त कणों को बाहर निकालने में मदद करते हैं और आपकी ऊर्जा के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा इस जड़ी-बूटी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से बचाते हैं, जो कई हानिकारक बीमारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसके अलावा यह खांसी, जुकाम, नजला, सांस की परेशानी और बुखार आदि से लड़ने में भी मदद करती है।