आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है पिप्पली, जानिए इससे मिलने वाले फायदे
पिप्पली एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिसका इस्तेमाल लंबे समय से इसके औषधीय गुणों के लिए किया जाता रहा है। यह आमतौर पर पाउडर के रूप में उपलब्ध होता है और इसे वैज्ञानिक भाषा में 'पाइपर लोंगम' कहा जाता है। पिप्पली कई शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों समेत कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो इसे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बनाते हैं। आइए हम आपको पिप्पली के इस्तेमाल से मिलने वाले लाभों के बारे में बताते हैं।
पाचन क्रिया के लिए है फायदेमंद
अगर आप अक्सर पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान रहते हैं तो आपको नियमित रूप से पिपप्ली का सेवन करना चाहिए। इस जड़ी-बूटी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और लैक्सेटिव गुण मौजूद होते हैं, जो पाचन क्रिया में सुधार कर सकते हैं। रोजाना इसके सेवन से कब्ज, पेट में दर्द, सूजन और भूख न लगने की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। पाचन क्रिया में सुधार के लिए इन घरेलू नुस्खों को भी आपनाएं।
सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने में है मददगार
यह जड़ी बूटी एंटी-माइक्रोबियल और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण होते हैं, जो इसे सामान्य सर्दी से राहत दिलाने के लिए आदर्श बनाता है। इसके सेवन से तेज बुखार, खांसी, बहती नाक और गले में खराश जैसी समस्याओं से जल्द राहत मिलती है। लाभ के लिए आप पिप्पली की जड़ को पानी में डालकर देर तक उबाल लें। इसके बाद इस पेय के ठंडा होने के बाद पी लें। आप चाहें तो इसके पाउडर को भी पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
जोड़ो के दर्द से राहत दिलाने में है प्रभावी
अगर जोड़ों में दर्द रहता है तो आपके लिए पिप्पली के पाउडर का सेवन करना लाभदायक हो सकता है। एक शोध के मुताबिक, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये शरीर में दर्द, सूजन, गठिया आदि जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार है। लाभ के लिए पिप्पली पाउडर को नारियल के तेल की कुछ बूंदों के साथ मिलाएं और इसे प्रभावित जोड़ों पर लगाएं। जोड़ों के दर्द से राहत के लिए इन तरीकों को भी अपनाएं।
खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को करे कम
बढ़ता खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर हृदय रोग का कारण बन सकता है, इसलिए इसके स्तर को कम करना जरूरी है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, पिप्पली में मौजूद एंटी-हाइपरकोलेस्टरोलेमिक गुण खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स (Triglyceride) का स्तर कम कर सकता है। खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में पिप्पली का पाउडर और तेल दोनों ही लाभकारी हो सकते हैं, इसलिए इनका इस्तेमाल जरूर करें।
मलेरिया से बचाने में है सक्षम
मलेरिया मच्छर द्वारा फैलने वाला एक संक्रमण रोग है, जिसमें लोगों को बुखार आता है। यह बुखार हर वर्ष देशभर में कई लोगों की जिंदगी छीन लेता है। हालांकि, पिप्पली का सेवन इसके जोखिम को कम कर सकता है। एक शोध के अनुसार, इसमें एंटी-मलेरिया गुण पाए जाते हैं, जो मलेरिया से बचाव और इसके प्रभाव को कुछ हद तक कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।