आयुर्वेद में गिलोय को माना जाता है अमृत, जानिए इसके अद्भुत फायदे
क्या है खबर?
प्राचीन काल से कई गंभीर बीमारियों का उपचार करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जा रहा है क्योंकि इनमें मौजूद औषधीय गुण शरीर को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में सक्षम माने जाते हैं।
कई जड़ी-बूटियां तो इतनी प्रचलित हैं कि इनके बारे में सब जानते हैं। गिलोय भी इन्हीं में से एक है। चलिए तो फिर आज आपको गिलोय के उपयोग के चमत्कारिक लाभों के बारे में बताते हैं।
#1
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखता है गिलोय
गिलोय एक ऐसी शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो शरीर को विषाक्त कणों से मुक्त करके रक्त को शुद्ध रखने में काफी अहम भूमिका अदा करती है।
इसके अलावा इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव होने के कारण यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती देने में भी मदद करता है और कोरोना वायरस महामारी के दौर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है।
#2
क्रोनिक फीवर की समस्या को दूर रखता है गिलोय
अगर बुखार की समस्या 10 से 15 दिन के बाद भी ठीक नहीं होती है तो इसे क्रोनिक फीवर यानि पुराना बुखार कहा जाता है।
इस समस्या से जल्द राहत देने में भी गिलोय का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें एंटीपायरेटिक (बुखार को ठीक करने वाला) और एंटी-मलेरियल (मलेरिया इन्फेक्शन को दूर करने वाला) गुण मौजूद होता है।
इस समस्या से राहत पाने के लिए आप गिलोय के तने और पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
#3
बदहजमी से राहत दिलाती है गिलोय
बदहजमी पाचन तंत्र के प्रभावित होने के कारण होती है और ये आपके पूरे स्वास्थ्य को बिगाड़ने के लिए काफी है।
इस समस्या से तुरंत छुटकारा दिलाने में भी गिलोय का इस्तेमाल मददगार साबित हो सकता है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।
नियमित रूप से गिलोय के रस का सेवन करने से न सिर्फ बदहजमी की समस्या से दूरी बनी रहती है बल्कि पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।
#4
डेंगू और मलेरिया से निजात दिलाती है गिलोय
गिलोय को कई औषधीय गुणों का भंडार माना जाता है और इसमें कई ऐसे रसायन पाए जाते हैं जिनकी वजह से यह इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव दर्शाता है।
यह प्रभाव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कई घातक बीमारियों से लड़ने की क्षमता देता है। इन बीमारियों में मलेरिया और डेंगू जैसे वायरल इन्फेक्शन भी शामिल हैं।
इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि डेंगू और मलेरिया की समस्या से राहत दिलाने में गिलोय का इस्तेमाल कारगर हो सकता है।