बच्चों में गेमिंग की लत को रोकने के लिए माता-पिता अपनाएं ये प्रभावी तरीके
इन दिनों हर किसी के घर में कई स्मार्ट फोन और लैपटॉप जैसे गैजेट होते हैं, जिनके कारण बच्चे गेम खेलने के आदी हो जाते हैं। आधुनिक डिजिटल गेम कल्पना से भरे होते हैं, जो बच्चों को उनमें उलझाए रखते हैं। हालांकि, सभी अभिभावक अपने बच्चों की गेम खेलने की लत से परेशान रहते हैं। अपने बच्चों की देखभाल करके उनकी गेम की लत छुड़वाने के लिए अभिभावक ये 5 प्रभावी तरीके अपना सकते हैं।
बनाएं रोजाना का टाइम टेबल
जब बच्चा स्कूल जाता है, तो वहां टाइम टेबल का पालन करता है। आप अपने घर में भी बच्चों के लिए ऐसा ही एक टाइम टेबल सेट करें। आप बच्चों की पढ़ाई, खान-पान, सोने और बाहर जा कर खेलने का समय तय करें। साथ ही अपने बच्चे का इंटरनेट इस्तेमाल करने का समय भी सीमित करें। गेम की लत को रोकने के लिए अपने बच्चे के वीडियो गेम खेलने के समय को भी निर्धारित करें।
गेमिंग उपकरणों को बच्चों से छुपाएं
जब बच्चों के सामने गेमिंग उपकरण रखे होते हैं, तो वे किसी भी समय उन्हें उठाकर गेम खेलने लगते हैं। इसी कारण से उन्हें गेम खेलने की लत लगती है। ऐसे में आप बच्चों की गेमिंग की आदत को नियंत्रित करने के लिए गेमिंग उपकरणों को उनसे दूर रखें। उन्हें मोबाईल या वीडियो गेम तब ही दें, जब उनका गेम खेलने का समय हो। गेमिंग उपकरणों से दूरी उन्हें अच्छी नींद लेने और दिनभर ऊर्जावान रहने में मदद करेगी।
आकर्षक गतिविधियों को दें बढ़ावा
आप अपने बच्चों की गेमिंग की लत को दूर करने के लिए उन्हें कई तरह की आकर्षक गतिविधियों में शामिल कर सकते हैं। उन्हें अपने दोस्तों और भाई-बहनों के साथ बाहर जा कर खेलने के लिए प्रेरित करें। साथ ही आप उन्हें घर के अंदर कलरिंग, क्राफ्टिंग और चित्रकारी जैसी मजेदार गतिविधियां करवा सकते हैं। अपने खाली समय में अभिभावकों को भी अपने बच्चों के साथ जरूर खेलना चाहिए। जानें बच्चों को जंक फूड से दूर रखने के तरीके।
गेमिंग का समय करें निर्धारित
अपने बच्चे को गेम खेलने की अनुमति देने के लिए रोजाना एक निश्चित समय निर्धारित करें। अगर आप हर दिन एक घंटा चुनते हैं, तो अपने बच्चे को इस सीमा का पालन करने के लिए प्रेरित करें। साथ ही इस बात पर भी नजर रखें कि आपका बच्चा कौन-सा गेम खेल रहा है। बच्चों के कई गेम्स में इन दिनों सेल्फ-टाइमर लगा होता है, जिसके जरिए गेम एक निर्धारित समय के बाद खुद ही बंद हो जाते हैं।
घुमाने लेकर जाएं
अगर आपका बच्चा किसी मजेदार गतिविधि में व्यस्त हो, तो वह गेम खेलने की जिद नहीं करेगा। आप उसे कही बाहर घुमाने लेकर जा सकते हैं, ताकि उसका ध्यान गेम खेलने से हट सके। अपने बच्चों को पार्क, वॉटर पार्क या मनोरंजन पार्क लेकर जाएं। साथ ही उन्हें महीने में 1-2 बार सिनेमा हॉल में फिल्म दिखाने ले जाएं और मॉल में मस्ती करने दें। गर्मी की छुट्टियां होने पर आप अपने परिवार के साथ यात्रा पर जा सकते हैं।