अग्निपथ योजना: युवाओं का देशभर में प्रदर्शन, क्या है विरोध की वजह?

सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की तरफ से शुरू की गई अग्निपथ योजना के खिलाफ देश में विरोध के स्वर उठने खड़े हो गए हैं। बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत कई अन्य राज्यों में युवा कहीं रोड जाम करके प्रदर्शन कर रहे हैं तो कहीं ट्रेनों में आग लगा रहे हैं। तीव्र होते इस विरोध-प्रदर्शन को रोकने में प्रशासन विफल नजर आ रहा है। आइए जानते हैं कि इस प्रदर्शन के मुख्य कारण क्या हैं।
अग्निपथ योजना तीनों सेनाओं, थल सेना, वायुसेना और नौसेना, के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है। इसमें युवाओं को सेना के नियमित कैडर में सेवा करने का मौका दिया जाएगा। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। इसके तहत युवाओं को चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा। इसके बाद योग्यता, इच्छा और चिकित्सा फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा।
अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को न ही स्थायी नौकरी मिलेगी और न ही उन्हें पेंशन मिलेगी। हालांकि उन्हें चार साल बाद लगभग 11 लाख की एकमुश्त राशि दी जाएगी। इसके अलावा करीब दो साल से कोरोना वायरस महामारी के कारण सेना में भर्ती ठप थी। ऐसे उम्मीदवार जो महामारी के दौरान पूर्णकालिक सरकारी नौकरी का सपना संजोए भर्ती की तैयारी कर रहे थे, वे इस योजना के आने के बाद काफी निराश हैं।
योजना के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए बिहार के गुलशन कुमार ने NDTV से कहा, "महज चार साल की नौकरी का मतलब है कि हमें दूसरी नौकरी के लिए पढ़ना पड़ेगा और अपनी उम्र के बाकी लोगों से पीछे छूट जाएंगे।" एक अन्य युवा शिवम कुमार ने कहा, "मैं दो साल से दौड़ रहा हूं और खुद को फिजिकली तैयार कर रहा हूं। क्या अब मैं ऐसी नौकरी करूंगा जो केवल चार साल की है?"
छात्रों के प्रदर्शन की चिंगारी बुधवार सुबह बिहार के कई जिलों से हुई और फिर धीरे-धीरे यह प्रदर्शन उग्र होता चला गया। कैमूर में छात्रों ने इंटरसिटी एक्सप्रेस को आग के हवाले कर दिया। पूर्व मध्य रेलवे के मुताबिक, इस कारण अब बिहार से दिल्ली और अन्य राज्यों के लिए निकलने वाली लगभग 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि पांच ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है।
उत्तर प्रदेश के बरेली में भी ARO सेंटर से चौकी चौराहा तक सैकड़ों अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर योजना का विरोध किया। प्रदर्शन में बरेली, शाहजहांपुर और पीलीभीत समेत अन्य दर्जनभर से अधिक जिलों के अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार चार साल की नौकरी देकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। यहां अभ्यर्थियों का मानना है कि चार साल के बाद बिना पेंशन और अन्य सेवानिवृति लाभों के वे एक बार फिर बेरोजगार हो जाएंगे।
Hundreds of Army aspirants blocked the Delhi-Jaipur Expressway in #Gurugram's Bilaspur area in protest against #Agnipath yojna, the government's new scheme for short-term recruitment into the armed forces. pic.twitter.com/9qQrHAYa9h
— IANS (@ians_india) June 16, 2022
केंद्र सरकार की इस योजना के कारण हरियाणा के रोहतक में एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। दैनिक भास्कर के मुताबिक, छात्र का नाम सचिन था। वह जींद जिले के लिजवाना गांव का रहने वाला है। परिजनों ने बताया कि सेना की भर्ती टलने और चार साल की स्कीम वाली अग्निपथ योजना आने से दुखी होकर सचिन ने यह कदम उठाया। वहीं दूसरी तरफ पलवल में हंगामा कर रहे छात्रों ने पुलिस की तीन गाड़ियां जला दीं।