क्या है अग्निपथ योजना, जिसके जरिए चार साल के लिए सेना में भर्ती होंगे युवा?
देश की थलसेना, वायुसेना और नौसेना में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने तथा युवाओं को देश सेवा का मौका देने के लिए सरकार ने मंगलवार को अपनी महत्वाकांक्षी अग्निपथ योजना शुरू करने का ऐलान किया है। इसके तहत सेना की तीनों कमानों में चार साल के लिए युवाओं की भर्ती की जाएगी और सेवा के लिए उन्हें बेहतर पैकेज भी दिया जाएगा। आइये जानते हैं कि आखिर क्या है अग्निपथ योजना और इसमें किस तरह से युवाओं की भर्ती होगी।
रक्षा मंत्री ने किया योजना का ऐलान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने योजना का ऐलान करते हुए कहा, "भारतीय सेनाओं की विश्व की बेहतरीन सेना बनाने के लिए रक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने बड़ा फैसला लिया है। हम अग्निपथ नामक एक योजना ला रहे हैं। इसके तहत भारतीय युवाओं को 'अग्निवीर' के तौर पर सेना में सेवा का मौका दिया जाएगा।" उन्होंने कहा, "इस योजना से जहां देश की सुरक्षा मजबूत होगी, वहीं देश सेवा करने की चाहत रखने वाले युवाओं को रोजगार मिलेगा।"
क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ योजना सेना की तीनों कमानों के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है। इसमें युवाओं को सशस्त्र बलों के नियमित कैडर में सेवा करने का मौका दिया जाएगा। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। इसके तहत युवाओं को चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा। इसके बाद योग्यता, इच्छा और चिकित्सा फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा।
योजना के तहत कब शुरू होगी नई भर्ती?
योजना का ऐलान करने के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की पहली भर्ती 90 दिन के भीतर शुरू कर दी जाएगी। इसका पहला बैच 2023 में सेना की तीनों कमानों में कार्य ग्रहण कर सकेगा।
भर्ती के लिए क्या होगी योग्यता और प्रक्रिया?
योजना के तहत सिपाहियों, वायु सैनिक और नाविकों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए 17.5 से 21 साल के बीच की आयु सीमा निर्धारित की गई है। शेष सभी योग्यता और शर्तें वर्तमान नियमों के अनुसार होगी। हालांकि, चयन प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। लिखित और शारीरिक दक्षता परीक्षा के बाद मैरिट के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। चयनित अभ्यर्थियों को तकनीकी माहौल में 10 सप्ताह से अधिकतम छह महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अग्निवीरों को वेतन कितना मिलेगा?
योजना के अनुसार, चयनित अग्निवीरों को पहले साल 4.76 लाख रुपये सालाना का वेतनमान मिलेगा। इसमें हर साल इजाफा होगा और चौथे साल में यह बढ़कर करीब 6.92 लाख रुपये हो जाएगा। इसके अलावा अन्य जोखिम और कठिनाई भत्ते भी मिलेंगे। इस हिसाब से अग्निवीरों को सेवा के पहले साल में 30,000 रुपये, दूसरे साल में 33,000 रुपये, तीसरे साल में 36,500 रुपये और चौथे साल में 40,000 रुपये महीना वेतन मिलेगा।
चार साल की सेवा के बाद क्या होगा?
चार साल की सेवा पूरी करने के बाद अग्निवीर नियमित सेवा कैडर के लिए आवेदन कर सकेंगे। इस दौरान सेना एक बैच के अधिकतम 25 प्रतिशत अग्निवीरों को उनकी योग्यता, इच्छा और चिकित्सा फिटनेस के आधार पर नियमित करेगी। इसी तरह यदि अग्निवीर वायुसेना या नौसेना में शामिल होने का निर्णय करते हैं तो उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण की अवधि अधिकतम नौ महीने की होगी। उसके बाद उन्हें सबंधित कमान में शामिल किया जाएगा।
सेवानिवृत्ति पर मिलेगा 11.71 लाख का सेवा निधि पैकेज
अग्निवीरों को चार साल के बाद एकमुश्त 11.71 लाख रुपये का सेवा निधि पैकेज मिलेगा। इस पर कोर्ट टैक्स नहीं लगेगा। हालांकि, इसके लिए उनके वेतन से हर महीने 30 प्रतिशत कटौती होगी और इतनी ही राशि केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी।
सेवा के दौरान शहीद या दिव्यांग होने पर क्या होगा?
सभी अग्निवीरों का 48 लाख रुपये का नॉन-प्रीमियम इंश्योरेंस कवर होगा। ऐसे में ड्यूटी के दौरान शहीद होने पर उन्हें बीमा राशि के साथ 44 लाख रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि मिलेगी। इसके अलावा, परिवार को सेवा निधि सहित चार सालों तक सेवा न किए गए हिस्से का भी भुगतान किया जाएगा। इसी तरह 100 प्रतिशत दिव्यांग होने पर 44 लाख, 75 प्रतिशत पर 25 लाख और 50 प्रतिशत दिव्यांग होने पर 15 लाख रुपये दिए जाएंगे।
क्या महिलाएं भी होंगी अग्निपथ योजना का हिस्सा?
हां, महिलाएं भी अग्निपथ योजना का हिस्सा होंगी और उन्हें भी सेना में भर्ती होने का मौका दिया जाएगा। बता दें कि इस योजना का उद्देश्य सशस्त्र बलों की भर्ती में आमूल-चूल परिवर्तन लाना है और देश सेवा करने की इच्छा रखने वाले युवाओं को इसका मौका देना है। इससे देश में रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ सेना को मजबूती मिलेगी। इसके अलावा युवाओं को सेना में कम और अधिक समय की सेवा का मौका मिल सकेगा।