2020 में 7 राज्यों में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण रही कोरोना महामारी
क्या है खबर?
महामारी के शुरुआती साल यानी 2020 में भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 1,60,618 मौतें हुई थीं। यह उस साल मेडिकली प्रमाणित हुईं कुल 18.11 लाख मौतों का 8.9 प्रतिशत हिस्सा है।
बुधवार को रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (RGI) कार्यालय की तरफ से जारी हुई रिपोर्ट ऑन मेडिकल सर्टिफिकेशन ऑफ कॉज ऑफ डेथ-2020 से यह जानकारी मिली है।
इसमें बताया गया है कि महाराष्ट्र समेत सात राज्यों में महामारी मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण रही।
कोरोना संक्रमण
सरकारी आंकड़ों से अधिक बताई गईं मौतें
इस रिपोर्ट में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 1,60,618 बताई गई है, जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2020 में महामारी के कारण जान गंवाने वालों की संख्या 1,48,994 बताई है।
इन 1,60,618 मौतों में से 1,38,713 में संक्रमण की पुष्टि हुई थी, जबकि 21,905 में वायरस की पुष्टि नहीं हो पाई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अभी तक देश में महामारी से कुल 5,24,507 मौतें हुई हैं। कई रिपोर्ट्स में यह आंकड़ा ज्यादा होने का दावा किया गया है।
कोरोना संकट
यहां मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण रही महामारी
RGI के अनुसार, महाराष्ट्र (17.7 प्रतिशत), मणिपुर (15. प्रतिशत), उत्तर प्रदेश (15 प्रतिशत), हिमाचल प्रदेश (13.5 प्रतिशत), आंध्र प्रदेश (12 प्रतिशत), पंजाब (11.9 प्रतिशत) और झारखंड (7.6 प्रतिशत) में कोरोना संक्रमण मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण रहा।
2020 में महाराष्ट्र में कोरोना से 61,212, उत्तर प्रदेश में 16,489, कर्नाटक में 15,476, आंध्र प्रदेश में 12,193 और दिल्ली में 8,744 मौतें हुई थीं। उस साल अरुणाचल और लक्षद्वीप में कोरोना से हुई कोई मौत मेडिकली प्रमाणित नहीं हुई थी।
जानकारी
देशभर में महामारी मौत का चौथा सबसे बड़ा कारण
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2020 में देशभर में होने वाली कुल मौतों का चौथा सबसे बड़ा कारण कोरोना महामारी रहा। उस साल सबसे ज्यादा लोगों ने (32.1 प्रतिशत) लोगों ने सर्कुलेटरी सिस्टम डिसीज के कारण अपनी जान गंवाई थी।
जानकारी
2020 में देश में हुईं कुल 81.2 लाख मौतें
इसी महीने की शुरुआत में RGI ने बताया था कि देश में साल 2020 में 81.2 लाख मौतें हुई थीं। यह 2019 में हुई 76.4 लाख मौतों से 6.2 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं, 2020 में जन्म लेने वालों की संख्या लगभग छह लाख कम हुई है।
राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात, बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, असम और हरियाणा में 2020 में 2019 की तुलना में अधिक मौतें हुईं।
2020
जन्म लेने वालों की संख्या हुई कम
2019 में देशभर में 2.48 करोड़ बच्चों के जन्म का रजिस्ट्रेशन हुआ था, जो 2020 में लगभग 2.4 प्रतिशत घटकर 2.42 करोड़ हो गया।
बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, सिक्किम, अंडमान और निकोबार, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर को छोड़कर बाकी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जन्म के रजिस्ट्रेशन कम हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में 2020 में सबसे ज्यादा 48.54 लाख, बिहार में 30.44 लाख, राजस्थान में 18.69 लाख और महाराष्ट्र में 17.12 लाख जन्म रजिस्टर हुए।
क्या आप जानते हैं?
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
1989 में देशभर में 31 लाख मौतें और 1.10 करोड़ जन्म रजिस्टर हुए थे। अब 32 साल बाद के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2020 में 81 लाख मौतें और 2.42 करोड़ जन्म रजिस्टर हुए हैं।