बिहार: भागलपुर की इमारत में भीषण धमाका, सात लोगों की मौत
गुरूवार रात बिहार के भागलपुर में एक इमारत में हुए जोरदार धमाके में सात लोगों की मौत हो गई। धमाके में आठ से 10 लोगों के घायल होने की भी खबर है और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। धमाका इतना भीषण था कि इसका दो किलोमीटर तक का इलाका दहल गया, वहीं चार किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी। धमाके से आसपास की जमीन तक हिल गई और स्थानीय लोगों को लगा कि भूकंप आया है।
पुलिस स्टेशन से मात्र 100 मीटर दूरी पर हुआ धमाका
घटना भागलपुर के तातारपुर पुलिस स्टेशन से मात्र 100 मीटर दूर हुई। यहां के काजवलीचक यतीमखाना के पास स्थित एक तीन मंजिला इमारत में गुरूवार रात लगभग 9:30 बजे यह धमाका हुआ। धमाका इतना तेज था कि तीन मंजिला इमारत पूरी तरह से जमींदोज हो गई, वहीं आसपास के दो घर भी गिर गए। अन्य कुछ इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। तबाह मकान के टुकड़े 250 मीटर दूर तक जाने की खबरें भी हैं।
मलबे से निकाले गए लगभग डेढ़ दर्जन लोग
धमाके के बारे में पता चलते ही स्थानीय लोगों और प्रशासन ने तत्काल बचाव अभियान चलाया और इमारत के मलबे से लगभग डेढ़ दर्जन लोगों को बाहर निकाला गया। घायलों को मायागंज के JLN अस्पताल शिफ्ट किया गया जहां डॉक्टर्स ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया। बाद में इलाज के दौरान तीन और घायलों की मौत हो गई और इससे कुल मृतकों की संख्या सात हो गई है।
इमारत में बनाए जाते थे पटाखे, देसी बम बनाए जाने का शक
भागलपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि इमारत में रहने वाला परिवार पटाखे बनाने का काम करता था। शुरूआती जांच में इमारत में अवैध पटाखे और देसी बम बनाए जाने की बात भी सामने आई है। प्रशासन का अंदेशा है कि बारूद और इन्हीं पटाखों और देसी बमों की वजह से इतना भीषण हमला हुआ। आश्चर्यजनक बात ये है कि पहले भी इस इमारत में तीन बार धमाके हो चुके हैं, लेकिन ये गैरकानूनी कार्य जारी था।
मंत्री ने जताया घटना पर दुख
बिहार सरकार में मंत्री शाहनवाज हुसैन ने घटना पर ट्वीट करते हुए कहा, 'भागलपुर के काजवलीचक में हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें कईयों की मौत और बहुत से लोग जख्मी हुए हैं। मैंने SSP बाबू राम जी से बात कर प्रभावित लोगों को पूरी मदद देने को कहा है। मृतकों के परिजनों से गहरी संवेदना व्यक्त करने के साथ दुआ कर रहा हूं कि जख्मी हुए लोग जल्द ठीक हों।' विरोधी पार्टियों ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।