
जम्मू कश्मीर: साल 2021 में मारे गए 184 आतंकवादी, 44 शीर्ष कमांडरों का भी खात्मा
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को बताया कि 2021 में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा 100 सफल आतंकवादी विरोधी अभियान चलाए गए। इन अभियानों में 182 आतंकवादी मारे गए, जिनमें से 44 शीर्ष कमांडर थे और 20 विदेशी थे।
उन्होंने बताया कि पंथा चौक पर हुए पुलिस बस पर हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के नौ आतंकियों को सुरक्षा बलों के जवानों ने पिछले 24 घंटो में मार गिराया गया है।
सफलता
"सीमा पार से देखी गई कम घुसपैठ"
DGP सिंह ने कहा, "इस साल सीमा पार से आतंकवादियों की कम घुसपैठ देखी गई। केवल 34 आतंकवादी ही सीमा पार से देश में घुसपैठ कर पाए। उनमें से ज्यादातर को बेअसर कर दिया गया और बाकी को ट्रैक किया जा रहा है। इसके अलावा अफगानिस्तान से भी घुसपैठ की कोई घटना नहीं हुई।"
उन्होंने आगे बताया कि आतंकवाद विरोधी अभियानों के दम पर जम्मू-कश्मीर के बड़े हिस्से को लगातार होने वाले आतंकी हमलों से मुक्त कर दिया है।
साजिश
पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे थे आतंकवादी- सिंह
DGP सिंह ने मारे गए शीर्ष कमांडर्स के समूहों के बारे में बताया कि मारे गए 44 कमांडरों में से 26 लश्कर-ए-तैयबा, 10 जैश-ए-मोहम्मद, सात हिजबुल मुजाहिद्दीन और एक आतंकवादी अल-बदर से संबंधित था। ।
उन्होंने कहा कि इन शीर्ष आतंकवादियों ने पाकिस्तान के इशारे पर आतंकी गतिविधियों की साजिश रचकर लोगों के बीच आतंक फैलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
उन्होंने बताया कि कई वर्षों के बाद सक्रिय आतंकवादियों की संख्या बहुत कम रह गई है।
भर्ती
साल 2021 में 134 युवा बने आतंकवादी- सिंह
NDTV के अनुसार, DGP सिंह ने आतंकवादी समूहों में भर्तियों का जिक्र करते हुए बताया कि इस साल केंद्र शासित प्रदेश में 134 युवा आतंकी समूहों में शामिल हुए, जिनमें से 72 मारे गए और 22 को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आतंकवादियों के सहायता तंत्र पर भी नकेल कसी है। आतंकवाद में सहायता करने और दूसरे मामलों में इस साल 497 लोगों पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है।
खतरा
"अफगानिस्तान से आतंकी खतरे का कोई संकेत नहीं"
DGP सिंह ने विदेशी आतंकवादियों के खतरे के बारे में कहा, "आतंकवाद और हथियारों से खतरा है। हम दोनों से लड़ रहे हैं चाहे वह विदेशी आतंकवादी हो या स्थानीय। हाथ में बंदूक लेकर लोगों को आतंकित करने वाले दोनों से खतरा है।"
उन्होंने अफगानिस्तान से आतंकवादियों के आने के खतरे के बारे में कहा, "हम किसी भी खतरे से निपटने में सक्षम हैं लेकिन ऐसी कोई आशंका नहीं है। भविष्य में भी ऐसा कोई संकेत नहीं है।"