योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों और अधिकारियों को दिए संपत्ति सार्वजनिक करने के निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों और अधिकारियों को अपनी संपत्ति सार्वजनिक करने के आदेश दिए हैं। राज्य में भाजपा के दोबारा सत्ता में लौटने का एक महीना पूरा होने के मौके पर आयोजित बैठक में योगी ने कहा कि मंत्री और अधिकारी तीन महीनों के भीतर अपनी और अपने परिवार के सदस्यों की चल और अचल संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करेंगे। यह जानकारी एक ऑनलाइन पोर्टल पर डाली जाएगी, जहां आम लोग इसे देख सकेंगे।
पहली बार संपत्ति सार्वजनिक करने के आदेश
यह पहली बार है, जब उत्तर प्रदेश में मंंत्रियों को अपनी संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक करने को कहा गया है। 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद भी योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को संपत्ति की जानकारी देने को कहा था, लेकिन तब इसे ऑनलाइन उपलब्ध कराने की बात नहीं कही गई थी। मंगलवार को हुई बैठक में योगी ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जनप्रतिनिधियों के आचरण की शुचिता बहुत जरूरी है।
आचरणों के जरिये उदाहरण पेश करने की जरूरत- योगी
बैठक में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंत्रियों को जनप्रतिनिधि कानून में उल्लेखित आचरणों का पालन करना चाहिए। इसके जरिये एक उदाहरण पेश करना है। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी मंत्री यह सुनिश्चित करें कि उनके परिवार के सदस्य सरकार के काम में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री ने सभी IAS और PCS अधिकारियों को अपनी संपत्ति की जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर साझा करने का आदेश दिया है। इसके अलावा मंगलवार की बैठक में कई अन्य फैसले भी लिए गए।
गठित किए गए 18 मंत्री समूह
योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश में 18 मंत्री समूह गठित किए गए हैं। हर समूह में तीन-तीन मंत्रियों को शामिल किया गया है और इन्हें एक-एक मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये समूह शुक्रवार से रविवार तक जिलों का दौरा करेंगे और सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं के प्रभाव को जानेंगे। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को आगरा और ब्रजेश पाठक को वाराणसी मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
लोगों तक पहुंच बढ़ाने का प्रयास
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के गठन को एक महीने पूरा हो चुका है और आगे की योजना बन गई है। अब सरकार लोगों तक पहुंचेगी। राज्य के सभी मंत्रियों को विधानसभा सत्र की शुरुआत से पहले पूरे प्रदेश के दौरे संपन्न करने के आदेश दिए गए हैं। मंत्रियों की यात्रा के दौरान लोगों से संवाद के लिए जन चौपाल कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इसके अलावा मंत्रियों को औचक निरीक्षण करने को भी कहा गया है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
विधानसभा चुनाव में जोरदार बहुमत हासिल करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने 25 मार्च को दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बता दें कि भाजपा और उसके सहयोगियों ने उत्तर प्रदेश की 403 सीटों में से 273 पर जीत दर्ज की थी। वहीं समाजवादी पार्टी और उसके सहयोगी मात्र 125 सीट ही जीत पाए, जबकि बसपा मात्र एक सीट जीत पाई। कांग्रेस ओर अन्य को केवल दो-दो सीटों पर जीत मिली।