एन बीरेन सिंह बने रहेंगे मणिपुर के मुख्यमंत्री, भाजपा ने किया ऐलान
एन बीरेन सिंह मणिपुर के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। कई दिन के संशय को खत्म करते हुए भाजपा ने आज इसका ऐलान किया। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और किरण रिजिजू की उपस्थिति में उनके नाम का ऐलान किया गया। उनके नाम का ऐलान ऐसे समय पर किया गया है जब कल राज्य के नए विधायक शपथ लेंगे और इसके लिए राज्यपाल ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। अभी ये स्पष्ट नहीं है कि बीरेन कब शपथ लेंगे।
मुख्यमंत्री की रेस में बीरेन सिंह ने इन दो उम्मीदवारों को दी मात
बीरेन सिंह ने मुख्यमंत्री की रेस में दो अन्य उम्मीदवारों, बिश्वजीत सिंह और युमनाम खेमचंद, को मात दी। तीनों ही उम्मीदवारों को कल दिल्ली बुलाया गया था और उन्होंने पार्टी नेतृत्व से मुलाकात की थी। बिश्वजीत को मुख्यमंत्री बनने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और वो बीरेन सिंह से भी लंबे समय से भाजपा में हैं। खेमचंद का नाम अंतिम समय पर रेस में आया था और उनको राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का समर्थन हासिल था।
कैसा रहा है बीरेन सिंह का सफर?
61 वर्षीय बीरेन सिंह ने अपने करियर की शुरूआत एक फुटबॉलर के तौर पर की थी और वह घरेलू प्रतियोगिताओं में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के लिए खेलते थे। BSF छोड़ने के बाद वो पत्रकार बन गए और बिना किसी औपचारिक ट्रेनिंग के 1992 में अपना खुद का अखबार शुरू किया और 2001 तक इसके एडिटर रहे। 2002 में वह राजनीति में आ गए और विधानसभा चुनाव में हेंगंग सीट से अपना पहला मुकाबला जीता।
कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं बीरेन
2007 में बीरेन कांग्रेस की टिकट पर हेंगंग से चुनाव लड़े और एक बार फिर विधायक चुने गए। इसके बाद वह 2014 तक राज्य की कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे। 2016 में वह भाजपा में शामिल हुए और 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री चुने गए।
बीरेन ने AFSPA पर किया है अहम वादा
अपने नेतृत्व में मणिपुर में पहली बार भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाने वाले बीरेन सिंह ने लोगों से सशस्त्र बल (विशेष शक्ति) अधिनियम (AFSPA) को लेकर कुछ ठोस करने का वादा किया है। उन्होंने कहा था कि वे इसे हटवाने का प्रयास करेंगे, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने जमीनी हकीकत को देखते हुए संतुलित रवैया अपनाने की बात भी कही थी। अब देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद वो इस दिशा में क्या करते हैं।
क्या रहे थे मणिपुर विधानसभा चुनाव के नतीजे?
10 मार्च को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा ने मणिपुर की 60 सीटों में से 32 सीटों पर जीत दर्ज कर पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल किया है। कुछ साल पहले तक राज्य की सत्ता में रही कांग्रेस को महज पांच सीटें मिली हैं। उससे अधिक छह सीटों पर तो जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने जीत दर्ज की है। अन्य सीटों पर स्थानीय पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है।