
यमन में भारतीय नर्स को बचाने की आखिरी कोशिश, परिवार करोड़ों की 'ब्लड मनी' पर सहमत
क्या है खबर?
यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को मौत की सजा सुनाई गई है। उस पर अपने साथी तलाल अब्दो मेहदी की हत्या करने का आरोप है। निमिषा को 16 जुलाई को फांसी दी जाएगी। इससे पहले निमिषा के परिवार ने उसे बचाने के लिए अपने आखिरी कदम के तौर पर 'ब्लड मनी' देने का फैसला किया है। अगर तलाल का परिवार इस राशि को स्वीकार कर निमिषा को माफ कर देता है, तो उसे फांसी नहीं दी जाएगी।
रिपोर्ट
ब्लड मनी पर अब तक नहीं आया मेहदी परिवार का जवाब
सेव निमिषा प्रिया इंटरनेशनल एक्शन काउंसिल के कार्यकर्ता बाबू जॉन ने NDTV से कहा, "निमिषा के परिवार ने अपनी तरफ से बात करने के लिए सैमुअल जेरोम को पावर ऑफ अटॉर्नी दी है। वह यमन में हैं और बातचीत कर रहे हैं। हमने निमिषा को बचाने के लिए एक मिलियन डॉलर का प्रस्ताव दिया है। मेहदी के परिवार ने अब तक जवाब नहीं दिया है। अगर परिवार निमिषा को माफ कर देता है, तो हम पैसे भेज देंगे।"
विकल्प
सजा रुकवाने के सभी कानूनी विकल्प खत्म
प्रिया को पहले स्थानीय कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। नवंबर, 2023 में यमन के सुप्रीम कोर्ट ने भी इस सजा को बरकरार रखा था। यमन के राष्ट्रपति ने भी मौत की सजा पर मुहर लगा दी है और फांसी देने के लिए 16 जुलाई की तारीख तय की गई है। ऐसे में प्रिया को बचाने के सभी कानूनी विकल्प लगभग खत्म हो गए हैं। अब सारा मामला ब्लड मनी स्वीकार करने पर निर्भर करता है।
बयान
फांसी से एक घंटे पहले तक निमिषा को बचाया जा सकता है- जॉन
जॉन ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अच्छा नाम और बड़ी प्रतिष्ठा है। अगर भारत सरकार यमन में हूती विद्रोही सरकार से बात करें तो काम बन सकता है। यमन का वो नागरिक तो अब मर चुका है, लेकिन हम उसके परिवार की मदद करने के लिए तैयार हैं। ये बात उन्हें समझानी है। अगर मौत से एक घंटा पहले भी परिवार निमिषा को माफ कर देता है, तो उसकी जिंदगी बच सकती है।"
ब्लड मनी
क्या होती है ब्लड मनी?
इस्लामी कानून अपराध के पीड़ितों या उनके परिवारों (हत्या के मामले में) को अपराधियों की सजा में अपनी बात कहने का अधिकार देता है। हत्या के शिकार व्यक्ति का परिवार आर्थिक मुआवजे के बदले आरोपी को माफ कर सकता है। इसे दीया या 'ब्लड मनी' के नाम से जाना जाता है। आमतौर पर यह राशि हत्यारे और पीड़ित के परिवार के बीच तय होती है। बीते करीब एक साल से ब्लड मनी पर बातचीत चल रही है।
सजा
प्रिया को क्यों हुई फांसी की सजा?
प्रिया केरल की रहने वाली हैं और 2011 में यमन चली गई थीं। उन्होंने यमनी कानून के मुताबिक, 2015 में यमन नागरिक तलाल अब्दो मेहदी की साझेदारी में सना में क्लीनिक खोला था। बाद में मेहदी निमिषा को आर्थिक, शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न देने लगा और पासपोर्ट जब्त कर लिया। इससे तंग आकर 2016 में निमिषा ने उसे बेहोशी का इंजेक्शन दे दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में प्रिया 2017 से जेल में है।