
भारत और पाकिस्तान ने 4 दिनों की तनातनी के दौरान कौन-कौनसे हथियार इस्तेमाल किए?
क्या है खबर?
भारत और पाकिस्तान में युद्धविराम हो गया है। इससे पहले दोनों देशों ने एक-दूसरे पर 4 दिन तक हमले किए।
भारत ने पाकिस्तानी वायुसेना के कई एयरबेस को तबाह कर दिया और वायु रक्षा प्रणाली को भी नुकसान पहुंचाया। वहीं, सीमा पर गोलीबारी से कई भारतीय नागरिकों की जान गई और नागरिकों ढांचों को भी नुकसान पहुंचा।
आइए जानते हैं हमले में दोनों देशों ने किन-किन हथियारों का इस्तेमाल किया।
पाकिस्तानी हथियार
पाकिस्तान ने कौनसे हथियार इस्तेमाल किए?
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर और सीमावर्ती राज्यों में ड्रोन दागे, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने मार गिराया। इनमें से ज्यादातर ड्रोन तुर्की में बने थे। बताया जा रहा है कि ये तुर्की की कंपनी असीसगार्ड द्वारा बनाए गए सोंगर ड्रोन थे।
पाकिस्तान ने JF-17 लड़ाकू विमानों का भी इस्तेमाल किया। ये चीन के सहयोग से बनाए गए चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान है। पाकिस्तान 2010 से इनका इस्तेमाल कर रहा है।
PL-15
पाकिस्तान ने इस्तेमाल की PL-15 मिसाइल
पाकिस्तान वायु सेना ने चीन में बनी PL-15 मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया। ये हवा से हवा में वार कर सकती हैं।
ये मिसाइलें 200-300 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। यह ध्वनि की गति से 5 गुना अधिक तेजी से लक्ष्य की ओर बढ़ती है।
हाल ही में चीन ने इन्हें पाकिस्तान को भेजा था। ये पहली बार है, जब पश्चिमी हथियारों के खिलाफ PL-15 का इस्तेमाल किया गया है।
भारत
भारत की इन वायु रक्षा प्रणालियों ने रोका पाकिस्तानी हमला
भारत ने पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराने के लिए उन्नत वायु रक्षा प्रणालियों का इस्तेमाल किया। इनमें रूस में निर्मित S-400, सतह से हवा में वार करने वाली आकाश मिसाइल, बराक-8 मिसाइल और L-70 जैसी एंटी-एयरक्राफ्ट गन शामिल हैं।
आकाश पूरी तरह से स्वदेशी प्रणाली है, जो 25 से 30 किलोमीटर के दायरे में दुश्मन के विमानों को तेजी से नष्ट कर सकती है।
वहीं, S-400 400 किलोमीटर के दायरे में लक्ष्यों को तबाह कर सकती है।
दूसरे हथियार
भारत ने पाकिस्तान पर दागे ये हथियार
भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को बर्बाद करने के लिए राफेल लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया। इनमें SCALP और हैमर जैसी मिसाइलें लगाकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। ये बेहद आधुनिक मिसाइलें हैं, जो अपनी सटीकता के लिए जानी जाती हैं।
इसके अलावा भारत ने इजरायल में बने आत्मघाती हारोप ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। इन ड्रोन्स ने लाहौर के नजदीक तक पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली को ध्वस्त कर दिया।
घटनाक्रम
भारत-पाकिस्तान में कब और कैसे बढ़ा तनाव?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी।
भारत ने इसके पीछे पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ बताते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया और 7-8 मई को 7 जगहों पर 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
इसके बाद पाकिस्तान बीते 2 दिन से भारत पर मिसाइल और ड्रोन दाग रहा था, जिसका भारतीय सेना जवाब दे रही थी।
10 मई को दोनों देशों के बीच युद्धविराम हुआ है।