#NewsBytesExplainer: फ्रांस से राफेल M लड़ाकू विमान खरीदेगा भारत, जानें इससे जुड़ी अहम बातें और खासियत
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 से 14 जुलाई तक 2 दिवसीय फ्रांस दौरे पर रहेंगे। फ्रांस ने प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रीय दिवस 'बैस्टिल डे' समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है।
खबर है कि इस दौरान दोनों देशों के बीच 26 राफेल M लड़ाकू विमानों को लेकर करीब 90,000 करोड़ रुपये का सौदा हो सकता है। नौसेना की मांग पर ये सौदा हो रहा है।
आइए इस लड़ाकू विमान के बारे में खास बातें जानते हैं।
राफेल m
क्या है राफेल-M विमान?
राफेल M विमान राफेल लड़ाकू विमान का ही नौसैनिक संस्करण है। इसका पूरा नाम राफेल मैरीटाइम लड़ाकू विमान है। ये राफेल के 3 संस्करणों में से एक है।
सौदे के तहत भारत को 4 प्रशिक्षण विमान और 22 सिंगल सीट विमान मिलेंगे। इन्हें भारतीय नौसेना के INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत पर तैनात किया जाएगा।
फिलहाल इन युद्धपोतों पर रूस के बनाए हुए मिग-29 विमान तैनात हैं, जिन्हें धीरे-धीरे सेवा से बाहर किया जा रहा है।
बातें
राफेल-M से जुड़ी अहम बातें
15.27 मीटर लंबा और 5.34 मीटर ऊंचा ये विमान 1,912 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम है। ये अपने साथ एक बार में 4,700 किलोग्राम ईंधन लेकर लगातार 3,700 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है।
यह अधिकतम 55,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है। इसे फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने बनाया है।
हिंद महासागर में चीन की बढ़ती चुनौती से निपटने के लिए इसे भारत के लिए अहम माना जा रहा है।
खासियत
क्या है राफेल M की खासियत?
यह एक मल्टीरोल लड़ाकू विमान है, यानी अलग-अलग उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। राफेल M पर हवा से हवा में मार करने वाली बियोंड विजुअल रेंज (BVR) मिसाइल लग सकती है।
इसके अलावा अपाचे, स्टॉर्म शैडो, स्कैल्प और हैमर जैसी मिसाइलें भी इस पर तैनात की जा सकती हैं। ये परमाणु हथियारों से लैस मिसाइल ले जाने में भी सक्षम है। इसमें 30 मिलीमीटर कैलिबर की GIAT 30M/719B तोप लगी है।
अलग
राफेल विमानों से कितना अलग है राफेल M?
-राफेल M को खास तौर से नौसेना के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें कम दूरी के टेकऑफ के लिए जंप स्ट्रट नोजव्हील लगाई गई है।
ये माइक्रोवेव लैंडिंग सिस्टम, समुद्र में संचालन के लिए उपयुक्त थेल्स RBE2-M रडार प्रणाली और लैंडिग नियंत्रित करने के लिए अरेस्टर हुक से लैस है।
इसी वजह से ये राफेल विमानों से करीब 500 किलोग्राम ज्यादा वजनी है। नौसेना के लिए इनमें खास बदलाव भी किए गए हैं।
राफेल
भारत के पास हैं 36 राफेल विमान
पहले से ही भारत के पास 36 राफेल विमान हैं। इन्हें साल 2016 में करीब 60,000 करोड़ रुपये के सौदे के बाद खरीदा गया था। पिछले साल दिसंबर में इस सौदे का आखिरी विमान भारत को मिला था।
खबर है कि भारत फ्रांस से स्कॉर्पीन श्रेणी की 3 पनडुब्बी भी खरीद सकता है। इन्हें पनडुब्बी खरीद के 'प्रोजेक्ट 75' की रिपीट क्लॉज के तहत खरीदा जाएगा और मुंबई के मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड में बनाया जाएगा।