
सेना को मिला टेरिटोरियल आर्मी बुलाने का अधिकार, ये क्या होती है? धोनी-तेंदुलकर भी हैं शामिल
क्या है खबर?
पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के बीच भारत ने बड़ा कदम उठाया है।
रक्षा मंत्रालय के सैन्य मामलों के विभाग ने थलसेना प्रमुख को यह अधिकार दे दिया है कि वो टेरिटोरियल आर्मी के सभी अधिकारियों और सैनिकों को जरूरी सुरक्षा ड्यूटी के लिए सक्रिय सेवा में बुला सकते हैं। यानी अब जरुरत पड़ने पर टेरिटोरियल आर्मी में शामिल लोगों की भी तैनाती हो सकती है।
आइए जानते हैं टेरिटोरियल आर्मी क्या होती है और इसमें कौन-कौन शामिल है।
आर्मी
टेरिटोरियल आर्मी क्या होती है?
टेरिटोरियल आर्मी सेना का ही हिस्सा है, लेकिन ये एक तरह की स्वैच्छिक सेवा है। आप आम नागरिक रहते हुए भी देश की सेवा करना चाहते हैं तो आप टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा बन सकते हैं। ये सैन्य ऑपरेशन के अलावा प्राकृतिक आपदाओं में भी सेवा देते हैं।
ये आर्मी जहां भी जरूरत होती है, वहां नियमित सेना की मदद करती है।
साल 1948 में इसकी शुरुआत हुई थी। इसे 'सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस' भी कहा जाता है।
भर्ती
टेरिटोरियल आर्मी में कैसे भर्ती हो सकते हैं?
टेरिटोरियल आर्मी में शामिल होने के लिए आम नागरिकों और पूर्व सैनिकों के लिए अलग-अलग भर्ती निकलती है। पूर्व सैनिकों को लिखित परीक्षा नहीं देना होती, जबकि आम नागरिकों को लिखित परीक्षा भी देनी होती है।
इसमें 18 से 42 साल की उम्र के नागरिक, जो स्नातक तक पढ़े लिखे हों और शारीरिक-मानसिक तौर पर फिट हों, वे शामिल हो सकते हैं। महिला और पुरुष दोनों इसमें शामिल होने के पात्र हैं।
युद्ध
कई युद्ध में हिस्सा ले चुकी है टेरिटोरियल आर्मी
टेरिटोरियल आर्मी ने 1962, 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध और 1999 के कारगिल युद्ध में भी हिस्सा लिया है।
इनका काम सेना को नियमित कर्तव्यों से मुक्त करना, प्राकृतिक आपदाओं से निपटना और ऐसी स्थितियों में जरूरी सेवाओं के संचालन में नागरिक प्रशासन की सहायता करना है।
इसमें शामिल होने वालों को भारतीय सेना की तरह ही रैंक भी मिलती है और नियमित अंतराल पर कुछ दिनों का सैन्य प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
शख्सियत
टेरिटोरियल आर्मी में कौन-कौनसी बड़ी शख्सियत शामिल हैं?
महेंद्र सिंह धोनी को 2011 में टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी।
क्रिकेटर कपिल देव को भी टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक मिली हुई है।
निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को 2011 में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट 2012 में टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट के रूप में शामिल हुए थे।
इसके अलावा भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी टेरिटोरियल आर्मी में हैं।
आदेश
रक्षा मंत्रालय ने टेरिटोरियल आर्मी को लेकर क्या आदेश जारी क्या?
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, "मौजूदा 32 टेरिटोरियल आर्मी इन्फैंट्री बटालियनों में से 14 बटालियनों को विभिन्न सैन्य कमानों, दक्षिणी कमांड, पूर्वी कमांड, पश्चिमी कमांड, मध्य कमांड, उत्तरी कमांड, दक्षिण-पश्चिम कमांड, अंडमान व निकोबार कमांड और आर्मी ट्रेनिंग कमांड में तैनात किया जाएगा। तैनाती सिर्फ तभी की जाएगी, जब इसके लिए बजट में धन उपलब्ध हो या आंतरिक बजट की बचत से इसे दोबारा आवंटित किया गया हो।"