
जम्मू-कश्मीर: सेना ने कुपवाड़ा में आतंकी ठिकाना ध्वस्त कर बरामद किया हथियारों का जखीरा
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद सेना लगातार आतंकियों की तलाश में जुटी है।
इस बीच कुपवाड़ा में सेना को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षा बलों के जवानों ने सर्च अभियान के तहत एक आतंकी ठिकाना ध्वस्त करने के साथ वहां से हथियारों का जखीरा भी बरामद किया है।
मौके पर मिले हथियारों से अंदाजा लगाया जा रहा है कि आतंकी किसी बड़े हमले की योजना पर काम कर रहे थे।
कार्रवाई
सेना ने खुफिया जानकारी के आधार पर की कार्रवाई
भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि खुफिया जानकारी के बाद जवानों ने सेदोरी नाला और मुश्तकाबाद माछिल के जंगली इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान एक आतंकी ठिकाने का पता लगाया और उसे ध्वस्त किया गया।
इस दौरान जवानों ने मौके से 5 AK-47 राइफल, 8 AK-47 मैगजीन, 1 पिस्तौल, 1 पिस्तौल मैगजीन, 660 राउंड AK-47 गोला-बारूद, 1 पिस्तौल राउंड और 50 राउंड M4 राइफल के कारतूस भी बरामद किए। यह बहुत बड़ी सफलता है।
इनाम
पहलगाम हमले के आतंकियों पर घोषित किया 20 लाख रुपये का इनाम
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि पहलगाम हमले के 3 आतंकियों के स्केच जारी कर उनकी पहचान भी उजागर कर दी गई है।
इनमें आदिल हुसैन ठोकर, अली भाई उर्फ तल्ला भाई, हासिम मूसा उर्फ सुलेमान शामिल है। तीनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करते हैं। सरकार ने तीनों आतंकियों पर 20-20 लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि हमले के बाद से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत कर दिया गया है।
हमला
पहलगाम में कैसे हुआ था आतंकी हमला?
22 अप्रैल को पहलगाम के एक रिसॉर्ट में 6 आतंकवादियों ने गोलीबारी की। यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे थे। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई।
इस हमले से पूरा देश स्तब्ध है तथा भारत और विदेशों में इसकी कड़ी निंदा की है।
यह देश में पिछले दो दशकों में हुए सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक है। सुरक्षा बल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं।