
भारत-पाकिस्तान के पिछले 5 संघर्ष में क्या पड़ा था शेयर बाजार पर असर?
क्या है खबर?
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया है।
भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बीते दिन 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर हमला किया, जिसका असर शेयर बाजार पर भी पड़ा।
भारतीय बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी हल्की गिरावट के साथ खुले, लेकिन जल्द ही बाजार में सुधार देखा गया। दूसरी ओर पाकिस्तान के कराची स्टॉक एक्सचेंज (KSE-100) में 6,000 अंकों से ज्यादा की भारी गिरावट दर्ज की गई।
बाजार
पिछले कुछ तनावपूर्ण माहौल में कैसा रहा बाजार का हाल?
2019 में पुलवामा हमले के बाद भारतीय शेयर बाजार करीब 1.8 प्रतिशत गिरा था।
2016 के उरी हमले और सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान बाजार में लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई।
2008 के मुंबई हमलों में बाजार ने उल्टा सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और सेंसेक्स-निफ्टी दोनों बढ़े।
2001 में संसद पर हमले के बाद हल्की गिरावट आई थी, जो जल्दी ठीक हो गई।
1999 के कारगिल युद्ध के समय बाजार में केवल 0.8 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई थी।
अनुमान
निवेशकों को नहीं दिखता बड़ा खतरा
बाजार पर नजर रखने वाले विश्लेषकों का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पहले भी जब भी तनाव हुआ है, भारतीय बाजार थोड़े समय के लिए ही प्रभावित हुए हैं और बाद में संभल गए हैं।
ब्रोकरेज रिपोर्टों में बताया गया है कि इस बार भी हालात वैसे ही हैं। बाजार निवेशकों का अनुमान है कि भारत और पाकिस्तान के मौजूदा हालात के संघर्ष से भारतीय शेयर बाजार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।