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#NewsBytesExplainer: क्या है महादेव ऐप घोटाला, जिसमें ED ने रणबीर कपूर को पूछताछ के लिए बुलाया?
महादेव ऐप घोटाला कथित तौर पर 5,000 करोड़ रुपये का बताया जाता है

#NewsBytesExplainer: क्या है महादेव ऐप घोटाला, जिसमें ED ने रणबीर कपूर को पूछताछ के लिए बुलाया?

लेखन आबिद खान
Oct 05, 2023
03:19 pm

क्या है खबर?

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार (4 अक्टूबर) को महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में अभिनेता रणबीर कपूर को पूछताछ के लिए समन भेजा। उन्हें अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग प्लेटफॉर्म को बढ़ावा देने के लिए 6 अक्टूबर को ED के सामने पेश होना है। छत्तीसगढ़ से शुरू हुए करीब 5,000 करोड़ रुपये के इस घोटाले के तार दुबई तक जुड़े हैं और इसमें कई बॉलीवुड सितारे ED की रडार पर हैं। आइए समझते हैं कि ये पूरा घोटाला क्या है।

ऐप

क्या है महादेव ऐप?

ED के मुताबिक, महादेव अवैध सट्टेबाजी के लिए बनाए गए ऐप और वेबसाइट का नाम है। इस पर पोकर, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और दूसरे खेलों पर सट्टा लगाया जा सकता है। यूजर व्हाट्सऐप के जरिए इन खेलों में पैसा लगा सकते हैं। इसे छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने शुरू किया था। ये दोनों पिछले कुछ सालों से दुबई में रहकर कंपनी का संचालन कर रहे हैं।

तरीका

ऐप पर कैसे लगाया जाता था सट्टा?

विज्ञापन के जरिए लोगों को ऐप पर पैसे लगाने का लालच दिया जाता था। कोई व्यक्ति अगर पैसे लगाने के लिए संपर्क करता तो उसे 2 अलग-अलग नंबर दिए जाते थे। एक नंबर का उपयोग ऐप में पैसे जमाकर पॉइंट इकट्ठा करने में किया जाता। इन पॉइंट से सट्टा लगाया जाता। दूसरे नंबर से यूजर जीते हुए पॉइंट को रकम में बदलकर अपने खाते में डलवा सकता था। ये सारा लेन-देन बेनामी खातों के जरिए किया जाता था।

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ठगी

ऐप के जरिए कैसे होती थी ठगी?

सट्टा लगाने वाले ऐप और वेबसाइट को इस तरह से बनाया गया था कि इसमें हमेशा वेबसाइट संचालक की जीत होती थी। शुरुआत में लत लगाने के लिए खिलाड़ियों को 500 रुपये का सट्टा लगाने को कहा जाता था। इसमें खिलाड़ी की हार के बावजूद उसे ये पैसे वापस कर दिए जाते थे। इसके अलावा छोटी रकम में खिलाड़ी को जीत दिलाकर पहले उसे लत लगाई जाती थी। जैसे ही खिलाड़ी बड़ी रकम लगाता है तो वो हार जाता था।

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सरगना

कौन हैं घोटाले के मुख्य सरगना?

ED के मुताबिक, सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऐप के मुख्य प्रमोटर थे। ये दोनों दुबई से ऐप संचालित कर रहे थे और मुनाफे का 80 प्रतिशत हिस्सा अपने पास रखते थे। दोनों पिछले करीब 2 साल से दुबई में रह रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, दोनों के खिलाफ 3 महीने पहले लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था। ED को शक है कि दोनों ने ऐप के जरिए 5,000 करोड़ रुपये कमाए हैं।

शादी

सौरभ ने शादी में खर्च किए 200 करोड़ रुपये

घोटाले के सरगना सौरभ ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में आलीशान शादी की थी, जिसमें 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए। शादी में शामिल होने के लिए रिश्तेदारों को नागपुर से प्राइवेट जेट में ले जाया गया। शादी के कार्यक्रमों में कई मशहूर हस्तियों ने भी प्रस्तुतियां दी थीं। मुंबई के मशहूर वेडिंग प्लानर, डांसर और डेकोरेटर को आयोजन का जिम्मा दिया गया था। इन लोगों को भुगतान करने के लिए हवाला का इस्तेमाल किया गया था।

रणबीर

घोटाले में क्यों आया रणबीर कपूर का नाम?

दरअसल, रणबीर सौरभ की शादी में शामिल हुए थे। इसके लिए रणबीर ने मोटी फीस वसूली थी। कथित तौर पर इस फीस का भुगतान हवाला के जरिए किया गया था और ये अपराध की कमाई थी। इसके अलावा आरोप है कि रणबीर ने ऐप को प्रमोट करने के लिए भी प्रचार किया था। इस मामले में रणबीर के अलावा बॉलीवुड के करीब 15 सितारे ED के निशाने पर हैं और कई लोगों से पूछताछ जारी है।

कार्रवाई

घोटाले को लेकर अब तक क्या-क्या कार्रवाई हुई?

इस मामले में ED ने 21 अगस्त को छत्तीसगढ़ के कई जिलों में दबिश दी थी। 23 अगस्त को ED ने रायपुर और दुर्ग से 4 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें छत्तीसगढ़ पुलिस के ASI चंद्रभूषण वर्मा, हवाला ऑपरेटर सतीश चंद्राकर, व्यापारी अनिल और सुनील दम्मानी शामिल रहे। 15 सितंंबर को ED ने भोपाल, कोलकाता और मुंबई समेत कई जगहों पर छापे मारकर 417 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया।

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