#NewsBytesExplainer: कर्नाटक के बाद 2023 में और किन राज्यों में होंगे चुनाव और कहां क्या समीकरण?
क्या है खबर?
कर्नाटक के बाद राजनीतिक पार्टियों ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन पांचों राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होंगे।
मध्य प्रदेश में भाजपा सत्ता में है, जबकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) और मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) सत्तारूढ़ हैं।
आइए इन पांचों राज्यों के राजनीतिक समीकरण समझते हैं।
मिजोरम
मिजोरम
मिजोरम में MNF ने पिछले विधानसभा चुनाव में 2008 से लेकर 2018 तक सत्ता पर काबिज रही कांग्रेस को हराकर सरकार बनाई थी। मिजोरम में MNF और कांग्रेस के बीच लंबे समय से सीधे तौर पर मुकाबला देखने को मिल रहा है।
MNF इस साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी सीटों की संख्या को और बढ़ाने की कोशिश करते हुए राज्य में वापसी की पूरी कोशिश करेगी। कांग्रेस का मकसद सत्ता में वापसी का रहेगा।
तेलंगाना
तेलंगाना
तेलंगाना के गठन के बाद पहली बार हुए 2018 विधानसभा चुनाव में BRS (तब TRS) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे मोर्चे की वकालत कर चुके हैं और इस बार चुनाव में दोबारा जीत दर्ज कर अपनी दावेदारी और स्पष्ट करना चाहेंगे।
2018 में दूसरे नंबर की पार्टी रही कांग्रेस को अगले ही साल बगावत का सामना करना पड़ा था और वह अपनी उपस्थिति को फिर मजबूत करने की कोशिश करेगी।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 2018 विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए राज्य में 2003 से लेकर 2018 तक लगातार 15 वर्षों तक सत्तारूढ़ रही भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया था।
कांग्रेस नवंबर में होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सत्ता में दोबारा वापसी करना चाहेगी, जबकि भाजपा भी अपने खोए हुए मजबूत गढ़ को दोबारा हासिल करना चाहेगी।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए वरिष्ठ नेताओं के आपसी मतभेद एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है।
राजस्थान
राजस्थान
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच जारी तकरार कांग्रेस के लिए बड़ी मुसीबत बनी हुई है।
2018 विधानसभा चुनाव में सत्ता गंवाने वाली भाजपा इसका फायदा उठाकर राजस्थान की सत्ता में वापसी की पूरी कोशिश करेगी।
राजस्थान में सत्ता विरोधी लहर और जीत के कम अंतर का इतिहास भी कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत नहीं दे रहा है और माना जा रहा है कि किसी चमत्कार के कारण ही कांग्रेस दोबारा जीत सकती है।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा और प्रमुख विपक्षी कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होना तय है।
नवंबर में होने वाले चुनाव मध्य प्रदेश में 2020 में आए राजनीतिक संकट के लगभग 3.5 साल बाद होंगे।
तब ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के चलते कांग्रेस को सत्ता से बेदखल होने के लिए मजबूर होना पड़ा था और वह अपने खोए हुए रुतबे को दोबारा हासिल करने की पूरी कोशिश करेगी।
यहां भाजपा को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है।
राजनीति
क्या इन विधानसभा चुनावों से तय होगा लोकसभा चुनाव का माहौल?
साल के अंत में होने वाले इन पांचों राज्यों के चुनावों के परिणाम से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए देश के राजनीतिक माहौल का अनुमान लगने की उम्मीद है।
इस साल अब तक 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, जिनमें त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में भाजपा खुद या अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर दोबारा सत्ता पर काबिज हुई।
दूसरी तरफ कर्नाटक में कांग्रेस की बड़ी जीत के बाद भाजपा सत्ता से बेदखल हो गई।