धीरे-धीरे शांत हो रही उत्तर-पूर्वी दिल्ली, 36 घंटों में हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। पिछले 36 घंटों में हिंसा की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। हालात को नियंत्रण में रखने के लिए अर्धसैनिक बलों के 7,000 जवानों को तैनात किया गया है। गृह मंत्रालय ने गुरुवार देर रात बयान जारी कर कहा कि 514 'संदिग्धों' को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं हिंसा में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या अब तक 38 हो गई है।
अमित शाह ने की हालातों की समीक्षा
बयान में कहा गया है कि गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार शाम को हालातों की समीक्षा के लिए बैठक की। गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक इसमें शामिल हुए।
12 थाना क्षेत्र हिंसा से प्रभावित
गृह मंत्रालय ने बताया कि दिल्ली में कुल 203 थाने हैं, जिनमें से 12 थाना क्षेत्र हिंसा से प्रभावित हुए हैं। यह भौगोलिक क्षेत्र के हिसाब 4.2 प्रतिशत है। इन क्षेत्रों में पिछले 36 घंटों में हिंसा की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। दिल्ली पुलिस ने सभी समुदायों के लोगों को लेकर पीस कमेटियां बनानी शुरू की हैं ताकि लोगों का भरोसा जीता जा सके। ये कमेटियां हिंसाग्रस्त इलाकों में जाकर लोगों से मिल रही हैं।
सड़कों पर ट्रैफिक की आवाजाही शुरू
हिंसाग्रस्त इलाकों में गलियों का साफ करने और नुकसान की मरम्मत करने का काम शुरू किया जा चुका है। सड़कों पर ट्रैफिक की आवाजाही शुरू हो गई है और हालात सामान्य होने की तरफ बढ़ रहे हैं।
कब शुरू हुई थी हिंसा?
रविवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में नागरिकता कानून को लेकर दो पक्ष भिड़ गए और हिंसा शुरू हो गई। सोमवार को हालात और ज्यादा खराब हो गए और दोनों पक्ष हथियारों के साथ एक-दूसरे के आमने-सामने हो गए। पुलिस जब तक स्थिति को नियंत्रण में लेती उससे पहले दंगाइयों ने जमकर उत्पात मचाया और कई स्थानों पर आगजनी और तोड़फोड़ की। हिंसा में एक पुलिसकर्मी शहीद हुआ है और इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारी की भी मौत हुई है।
हिंसा में जलाए गए 500 से ज्यादा वाहन
हिंसा में 500 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले किया गया है और कई घरों और दुकानों में आग लगाई गई है। दिल्ली फायर सर्विस ने बताया कि सोमवार से लेकर गुरुवार सुबह तक उसके पास आगजनी से संबंधित 218 फोन कॉल्स आए थे।
मृतकों को 10 लाख का मुआवजा देगी केजरीवाल सरकार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके अलावा हिंसा में जिनके घर और दुकानें जलीं उन्हें पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं जिनके ई-रिक्शा जले हैं उन्हें 25 हजार रुपये और जिनके पशु जले हैं उन्हें प्रति पशु पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। जिनके आधार कार्ड, वोटर कार्ड आदि जले हैं, कैंप लगाकर उनके नए दस्तावेज बनाए जाएंगे।
हिंसा की जांच के लिए दो SIT गठित
गृह मंत्रालय ने हालात में सुधार को देखते हुए शुक्रवार को 10 घंटे के लिए धारा 144 हटा दी है। मामले में कुल 48 FIR दर्ज की गई है। दिल्ली पुलिस ने हिंसा की जांच के लिए दो विशेष जांच टीम (SIT) गठित की है।
इस खबर को शेयर करें