रेप के दोषी ने तिहाड़ जेल में लगाई फांसी, दो दिन बाद मौत
एक बच्चे के अपहरण और यौन उत्पीड़न के आरोप में तिहाड़ जेल में सजा भुगत रहे एक 25 वर्षीय कैदी ने जेल नंबर चार के शौचालय की ग्रिल पर फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है और उसके परिजनों को सूचना कर दी है। पुलिस अब अन्य कैदियों से पूछताछ कर आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
बुधवार को दिया था वारदात को अंजाम
तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि आत्महत्या करने वाले कैदी का नाम राजेश कुमार है। वह बुधवार को शौचालय गया था, लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं आया। अन्य कैदियों ने जेल वार्डन को इसकी सूचना दी। जेल कर्मचारियों ने जब शौचालय का दरवाजा तोड़ा तो वह शौचालय की गिल पर अपने कपड़े से बनाए गए फंदे से झूल रहा था। उस दौरान उसकी सांसे चल रही थी, लेकिन अस्पताल में शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया।
तीन साल से था जेल में बंद
मृतक राजेश ने 2016 में दिल्ली के कालकाजी में एक बच्चे का अपहरण कर उसका यौन उत्पीड़न किया था। परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी और उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। मामले में न्यायालय ने उसे जेल भेजा था। आरोपी को जेल नंबर 4 की बैरक में रखा गया था, लेकिन गत बुधवार को अपने कपड़ों के फंदे से झूल गया। मृतक के किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है।
निर्भया कांड का एक आरोपी भी जेल में कर चुका है आत्महत्या
तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी निर्भया गैंगरेप व हत्याकांड का आरोपी फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या कर चुका है। 11 मार्च, 2013 को सुबह 5 बजे निर्भया कांड के एक आरोपी रामसिंह ने जेल में अपने कपड़ों का फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में जेल अधिकारियों के खिलाफ जांच बैठाई गई, लेकिन मामले में किसी पर दोष सिद्ध नहीं हो सका।
जेल में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
तिहाड़ जेल में हो रही कैदियों की आत्महत्या की घटनाओं को लेकर जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जेल में इतनी चौकसी के बाद भी कोई कैदी या बंदी अपनी जान कैसे ले सकता है। खास बात यह है कि जेल में कैदियों पर नजर रखने के लिए CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं, लेकिन उसके बाद भी रेप के आरोपी ने फंदे से झूलकर आत्महत्या की घटना को अंजाम दे दिया।