दिल्ली विधानसभा चुनाव: 8 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, 11 को आएंगे नतीजे
दिल्ली विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में एक चरण में 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। चुनावों के नतीजे 11 फरवरी को घोषित होंगे। चुनावों के साथ ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। अरोड़ा ने बताया कि दिल्ली में कुल 1.46 करोड़ मतदाता हैं जो 13,750 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा के बीच चुनावी मुकाबला होगा।
क्या रहे थे पिछले बार के नतीजे?
फरवरी, 2015 में हुए विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में भारी जीत हासिल करते हुए 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं भाजपा को महज तीन सीटें मिली। लगातार 15 साल तक दिल्ली पर राज करने वाली कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। इस बार केजरीवाल सरकार अपने काम के बूते अपना एकमात्र किला बचाने की कोशिश कर रही है।
ये रहा था मतदान प्रतिशत
2015 के चुनावों में आम आदमी पार्टी को 54.34 प्रतिशत, भाजपा को 32.19 प्रतिशत और कांग्रेस को 9.65 प्रतिशत वोट मिले थे। वोट प्रतिशत के लिहाज से कांग्रेस और भाजपा को कम सीटों से संतुष्ट होना पड़ा था।
लोकसभा में भाजपा को मिली सातों सीटें
पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों में भाजपा ने दिल्ली की सातों सीटों पर कब्जा जमाया था। इन चुनावों में भाजपा का वोट प्रतिशत सर्वाधिक और AAP का सबसे कम रहा था। भाजपा को इन चुनावों में 56.86, कांग्रेस को 22.63 और AAP को 18.2 प्रतिशत वोट मिले। 2015 के विधानसभा चुनावों की तुलना में कांग्रेस और भाजपा का वोट शेयर बढ़ा है, वहीं AAP को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा था। हालांकि, लोकसभा और विधानसभा चुनावों के मुद्दे अलग-अलग होते हैं।
केजरीवाल और प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर मांगे जाएंगे वोट
आम आदमी पार्टी जहां केजरीवाल के चेहरे और अपने कामों के आधार पर चुनावी मैदान में उतर रही है, वहीं भाजपा और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है। भाजपा ने पिछली बार किरण बेदी को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन इस बार वह प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर वोट मांग रही है। माना जा रहा है कि कांग्रेस भी चुनावों से पहले अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान नहीं करेगी।