
कल खुलेंगे अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से बंद कश्मीर के स्कूल
क्या है खबर?
पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद से बंद कश्मीर के स्कूलों को कल 24 फरवरी को फिर से खोला जाएगा।
इससे पहले सरकार कई बार स्कूलों को खोलने का प्रयास कर चुकी है लेकिन बच्चों के स्कूल नहीं आने के कारण इसमें असफल रही, जिसके बाद दिसंबर में सर्दी की छुट्टियां कर दी गईं।
अब जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने छुट्टियों को खत्म करने का फैसला किया है।
पृष्ठभूमि
अनुच्छेद 370 हटाने के बाद बंद किए गए थे स्कूल और कॉलेज
केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 में बदलाव करते हुए जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया था। इसके अलावा राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख- में बांटने का फैसला भी लिया गया था।
विरोध प्रदर्शनों की संभावना को देखते हुए इस फैसले से ठीक पहले पूरे जम्मू-कश्मीर में कई तरह की पाबंदियां लगाई गई थीं।
इन पाबंदियों में राज्य के स्कूलों और कॉलेजों को बंद किया जाना भी शामिल था।
प्रयास
कश्मीर के स्कूलों को खोलने के प्रयास रहे असफल
इसके बाद जम्मू के स्कूल और कॉलेजों को तो धीरे-धीरे खोल दिया गया लेकिन कश्मीर के स्कूलों को खोलने के प्रयास असफल रहे।
राज्य प्रशासन ने एक-दो बार स्कूलों को वापस खोलने के प्रयास किए और इस दौरान शिक्षक और बाकी कर्मचारी स्कूल आए भी, लेकिन बच्चों के स्कूल न आने के कारण उसके ये प्रयास असफल रहे।
इन प्रयासों में असफल रहने के बाद 10 दिसंबर को 12वीं तक के स्कूलों की सर्दियों की छुट्टियां घोषित कर दी गईं।
छुट्टियां
लिया गया छुट्टियों को खत्म करने का फैसला
अब इन छुट्टियों को खत्म करते हुए सोमवार को स्कूलों को वापस खोलने का आदेश दिया गया है।
शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक के बाद स्कूल शिक्षा के निदेशक मोहम्मद यूनिस मलिक ने बताया कि सभी व्यवस्थाएं हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि जहां श्रीनगर में स्कूलों की टाइमिंग सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगी, वहीं बाकी जगह पर ये सुबह 10:30 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक होगी।
बयान
बच्चों का पाठ्यक्रम समय पर पूरा करने के लिए दोगुनी मेहनत करेंगे- मलिक
मलिक ने कहा, "पिछले साल बच्चों ने अपनी क्षमता साबित की थी और अब ये हमारी जिम्मेदारी है कि उनकी मदद करें और समय पर पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए दोगुनी मेहनत करें।"
तय लक्ष्य प्राप्त हो पा रहे है या नहीं, ये पता करने के लिए क्षेत्र अधिकारियों को नियमित तौर पर स्कूलों का दौरा करने का आदेश दिया गया।
बैठक में मलिक के अलावा संयुक्त निदेशक, मुख्य शिक्षा अधिकारी और कश्मीर जोन के शिक्षा अधिकारी भी मौजूद रहे।