"फ्री कश्मीर" का पोस्टर लहराने वाली महिला ने माफी मांगकर दिया स्पष्टीकरण
JNU हिंसा के विरोध में मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर हुए विरोध प्रदर्शन में "फ्री कश्मीर" का पोस्टर लहराने वाली महिला ने मामले के तूल पकड़ने के बाद माफी मांगते हुए अपने पोस्टर लहराने के उद्देश्य पर स्पष्टीकरण दिया है। महक मिर्जा प्रभु नाम की महिला ने फेसबुक वीडियो में कहा है कि "फ्री कश्मीर" का पोस्टर लहराने के पीछे उसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए था, लेकिन इसका गलत अर्थ निकाला जा रहा है।
नहीं था कश्मीर की भारत से आजादी का आशय
मामले की सफाई में महक ने कहा है कि वह एक मराठी है और मुंबई में पली-बढ़ी है। वह एक कलाकार है, जो बुनियादी मानवीय करुणा में विश्वास रखती है। उसने वह पोस्टर विरोध में ही उठाया था। उसका उद्देश्य खुद को अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता व इंटरनेट लॉकडाउन से आजादी का था। वह बुनियादी संवैधानिक अधिकार के लिए अपनी एकजुटता की आवाज उठा रही थी। यदि इससे किसी को ठेस पहुंची है तो वह क्षमाप्रार्थी है।
देवेन्द्र फडणवीस ने किया शिवसेना से सवाल
मामले में पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर निशाना साधते हुए सवाल किया, 'हम मुंबई में ऐसे अलगाववादी तत्वों को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं? उद्धव जी क्या आप इस फ्री कश्मीर की मांग करने वाले देश विरोधी अभियान को अपनी नाक के नीचे बर्दाश्त करने जा रहे हैं?' उन्होंने सरकार से विरोध का कारण तथा फ्री कश्मीर के पीछे की अवधारणा का पता लगाने की मांग की।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने की महिला की गिरफ्तारी की मांग
मामले के राजनीतिक रूप से तूल पकड़े जाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिवसेना को घेरना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि मुम्बई में इस तरह के देश विरोधी प्रदर्शन होना बड़ी बात है। महक मिर्जा के लोगों से प्रेम की शक्ति से घृणा को दूर करने की मांग करने के बाद मुंबई भाजपा कार्यकर्ता वकील विवेकानंद गुप्ता ने पुलिस आयुक्त को पत्र भेजकर आरोपित महिला की उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।
मामले में शिवसेना ने दी सफाई
भाजपा के देवेन्द्र फडणवीस की ओर से मामले में पर सवाल उठाए जाने के बाद शिससेना भी सफाई दी है। शिवसेना की आरे से संजय राउत ने घोषणा की कि उनकी सरकार भारत से कश्मीर की आजादी की बात करने वालों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मंत्री जयंत पाटिल ने फड़नवीस पर पलटवार करते हुए कहा कि 'फ्री कश्मीर' पोस्टर का उद्देश्य सभी प्रतिबंधों और भेदभावों से मुक्ति के लिए था।
विरोध में लहराया था फ्री कश्मीर का पोस्टर
JNU हिंसा के विरोध में मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। उस दौरान वहां लोग NRC, CAA से जुड़े पोस्टर भी लहरा रहे थे और वहां एक "फ्री कश्मीर" वाला पोस्टर भी पड़ा था। पोस्टर देखकर महक ने उसे बुनियादी संवैधानिक अधिकारों की स्वतंत्रता से जोड़कर हाथ में उठा लिया। जिसका मतलब जम्मू-कश्मीर में पांच माह से बंद इंटरनेट को चालू कराना था, लेकिन इसके बाद पूरा मामला बिगड़ गया।