राष्ट्रपति शी जिनपिंग बोले, कश्मीर विवाद पर पाकिस्तान के साथ है चीन
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को कहा कि वह कश्मीर के हालात पर नजर बनाए हुए हैं और मूल हित के मुद्दों पर पाकिस्तान का समर्थन करेंगे। चीन की सरकारी मीडिया के अनुसार, चीन के दौरे पर आए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ बैठक में उन्होंने ये बातें कहीं। जिनपिंग का ये बयान 11 अक्टूबर को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत दौरे के ठीक पहले आया है।
भारत-पाकिस्तान को शांतिपूर्ण वार्ता के जरिए विवाद सुलझाने की सलाह
चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी जिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जिनपिंग ने बीजिंग में इमरान खान के साथ बैठक की और कश्मीर विवाद में पाकिस्तान के हित के मुद्दों पर उसका साथ देने का वादा किया। उन्होंने इमरान से कहा मौजूदा स्थिति में क्या सही है और क्या गलत, ये पूरी तरह से स्पष्ट है। इमरान को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान को शांतिपूर्ण वार्ता के जरिए विवाद को सुलझाना चाहिए।
अनुच्छेद 370 पर फैसले के बाद भारत-पाकिस्तान आमने-सामने
बता दें कि 5 अगस्त को भारत सरकार के अनुच्छेद 370 में बदलाव करके जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो हिस्सों में बांटने के फैसले के बाद से ही भारत-पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। पाकिस्तान हर मंच पर कश्मीर मुद्दे को उठाता है और खुलेआम जिहाद की अपील करने से भी पीछे नहीं हट रहा। इमरान ने UN महासभा में नियमों के विपरीत 50 मिनट के भाषण में कश्मीर में खून-खराबे का डर दिखाया था।
पाकिस्तान का साथ देने वाले चुनिंदा देशों में शामिल चीन
पाकिस्तान की ये कोशिशें नाकाम रही हैं और एक-दो देशों को छोड़ दिया जाए तो किसी ने उसका साथ नहीं दिया है। इस दौरान जो देश पाकिस्तान के साथ खड़े रहे हैं उनमें चीन सबसे अहम हैं। चीन ने भारत सरकार के फैसले पर टिप्पणी करते हुए लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने पर आपत्ति जताई थी। वहीं उसने भारत-पाकिस्तान से UNSC के संकल्पों और द्विपक्षीय समझौते के मुताबिक विवाद का समाधान करने को कहा था।
हाल ही में चीन ने दिए थे रुख में नरमी के संकेत
इस बीच हाल ही में चीन ने जब शर्तें हटाकर केवल इतना कहा कि भारत और पाकिस्तान को आपस में बातचीत करके कश्मीर विवाद को सुलझाना चाहिए तो इसे उसके रुख में नरमी के तौर पर देखा गया। लेकिन अब जिनपिंग के ताजा बयान ने साफ कर दिया है कि कश्मीर विवाद पर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आया है और वह अपने दोस्त पाकिस्तान के साथ खड़ा है।
11 अक्टूबर को भारत आएंगे जिनपिंग
जिनपिंग के इस बयान का महत्व ये देखते हुए और बढ़ जाता है कि उन्हें दो दिन बाद भारत के दौरे पर आना है। अपने भारत दौरे पर वह 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी के साथ चेन्नई में दूसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। वह करीब 24 घंटे चेन्नई में रहेंगे और इस दौरान मोदी के साथ चार अलग-अलग बैठकों में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वह अपने देश वापस लौट जाएंगे।