पंजाब: वैक्सीन नहीं लगवाने वाले कर्मचारियों को 15 सितंबर के बाद अनिवार्य छुट्टी पर भेजेगी सरकार
कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए पंजाब सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने तीसरी लहर से पहले सभी लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए सख्त रुख अपनाया है। इसके तहत अब तक वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं लेने वाले सरकारी कर्मचारियों को 15 सितंबर के बाद अनिवार्य छुट्टी पर भेजा जाएगा। स्वयं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसकी घोषणा की है। इससे कर्मचारियों में खलबली मची हुई है।
मुख्यमंत्री सिंह ने उच्च स्तरीय बैठक में वैक्सीन को बताया प्रभावी
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, मुख्यमंत्री सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उच्च स्तरीय बैठक ली थी। इसमें उन्होंने कहा कि आंकड़ों के विश्लेषण से यह पता चला है कि वैक्सीन महामारी के खिलाफ बेहद प्रभावी साबित हुई है। ऐसे में सभी को वैक्सीन लगवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाने के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है। इसके बाद भी कई कर्मचारियों ने अभी तक एक भी खुराक नहीं लगवाई है। यह बेहद गंभीर मामला है।
"कर्मचारियों को वैक्सीन नहीं लगवाने तक छुट्टी पर भेज जाएगा"
मुख्यमंत्री सिंह ने कहा, "लोगों की सुरक्षा को देखते हुए अब वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं लगवाने वाले कर्मचारियों को 15 सितंबर के बाद अनिवार्य छुट्टी पर भेजा जाएगा।" उन्होंने आगे कहा, "वैक्सीन नहीं लगवाने वाले कर्मचारियों को कम से कम एक खुराक नहीं लेने तक छुट्टी पर रखा जाएगा। यह फैसला इसलिए लिया है ताकि लोगों को महामारी से बचाया जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि वैक्सीन ले चुके लोग संक्रमित न हो सकें।"
वैक्सीन की खुराक लेने वाले कर्मचारियों को होगी स्कूल जाने की अनुमति
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चार सप्ताह पहले वैक्सीन की एक खुराक लेने वाले शिक्षण और अन्य कार्य से जुड़े स्कूल कर्मचारी फिर से स्कूलों में जा सकेंगे। इसी तरह अन्य बीमारियों से जूझ रहे स्कूल कर्मचारियों को वैक्सीन की दोेनों खुराक लेने के बाद स्कूल में जाने की अनुमति मिलेगी। इसी तरह सरकार ने आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए कोरोना प्रतिबंधों को 30 सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया है।
स्कूलों में नियंत्रण में है कोरोना महामारी की स्थिति
CMO ने स्कूलों को फिर से खोलने के बाद बड़ी संख्या में सामने आए संक्रमण के मामलों पर कहा है कि वर्तमान में स्कूलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में हैं। स्कूलों के विद्यार्थियों और कर्मचारियों के एकत्र किए गए सैंपलों में से महज 0.05 प्रतिशत के ही संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसी तरह नवीनतम सीरो सर्वे के अनुसार बच्चे भले ही कोरोना महामारी से प्रभावित हैं, लेकिन वह गंभीर हालत में पहुंचने से सुरक्षित हैं।
पंजाब में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
पंजाब में गुरुवार को संक्रमण 26 नए मामले आए हैं और दो मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 6,00,940 हो गई है। इसमें से अब तक 16,451 की मौत हो गई और अब 320 सक्रिय मामले हैं।