अब विदेशी नागरिक भी भारत में लगवा सकेंगे कोरोना वैक्सीन, कोविन पोर्टल पर कराना होगा पंजीयन
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान को तेज कर दिया है।
सरकार चाहती है कि तीसरी लहर के आने से पहले ही अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाकर सुरक्षित कर दिया जाए।
इसी बीच केंद्र सरकार ने अब भारत में रहने वाले विदेशी नागरिकों को भी वैक्सीन लगवाने की अनुमति दे दी है। इसके लिए उनका कोविन (CoWin) पोर्टल पर पंजीयन करना आवश्यक होगा।
घोषणा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने की अहम घोषणा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा, "कोरोना महामारी से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक ऐतिहासिक पहल के रूप में भारत में रहने वाले विदेशी नागरिकों को वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन पोर्टल पर पंजीयन कराने की अनुमति देने का निर्णय किया गया है।"
मंत्रालय ने कहा, "विदेशी नागरिक कोविन पर पंजीयन कराने के लिए अपने पासपोर्ट का इस्तेमाल कर सकेंगे। पंजीयन के बाद उन्हें स्लॉट मिल जाएग और वह वैक्सीन लगवा सकेंगे।"
ट्वीट
सरकार का निर्णय वायरस के खिलाफ सुनिश्चित करेगा सुरक्षा- मांडविया
सरकार के इस निर्णय को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी ट्वीट किया है।
उन्होंने लिखा, 'हम एक साथ लड़ते हैं, हम एक साथ जीतेंगे। अब सरकार ने भारत में रहने वाले विदेशी नागरिकों को कोविन पोर्टल पर पंजीयन कराने और वैक्सीन लगवाने की अनुमति दी है। यह वायरस के प्रसार से समग्र सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।'
बता दें कि देश में अब तक विदेशी नागरिकों को वैक्सीन लगवाने के लिए सुविधा नहीं दी गई थी।
कारण
भारत में बड़ी संख्या में रहते हैं विदेशी नागरिक- स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक रह रहे हैं। विशेष रूप से बड़े महानगरीय क्षेत्रों में। इन क्षेत्रों में अधिक जनसंख्या घनत्व के कारण कोरोना संक्रमण के फैलने की संभावना अधिक है। ऐसी घटना की किसी भी संभावना का मुकाबला करने के लिए सभी पात्र व्यक्तियों का वैक्सीनेशन महत्वपूर्ण है।
मंत्रालय ने कहा कि इसको देखते हुए सरकार ने विदेशी नागरिकों को वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन पर पंजीयन की सुविधा दी है।
शुरुआत
देश में 16 जनवरी से हुई थी वैक्सीनेशन की शुरुआत
भारत में 16 जनवरी से मेगा वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की गई थी। तब से लेकर अब तक कुल 50,86,64,759 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। शुरुआत में चिकित्साकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई थी।
उसके बाद 2 फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर और एक अप्रैल से 60 वर्ष से अधिक उम्र और 20 गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की छूट दी गई थी। उसे बाद से वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ती जा रही है।
जानकारी
1 मई से 18 साल से ऊपर वालों को लगाई जा रही है वैक्सीन
देश में 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। शुरुआत में 50 प्रतिशत वैक्सीन राज्यों को खरीदनी पड़ रही थी, लेकिन 21 जून से केंद्र ने 90 प्रतिशत वैक्सीन की खरीद करना शुरू कर दिया।
रफ्तार
इस तरह से बढ़ी देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार
बता दें भारत को 10 करोड़ वैक्सीन खुराकों का लक्ष्य हासिल करने में 85 दिन लगे थे। इसके बाद 20 करोड़ खुराकें 45 दिन, 30 करोड़ का लक्ष्य 29 दिन और 40 करोड़ खुराकों का लक्ष्य महज 24 दिन में हासिल कर लिया।
इसी तरह सरकार ने 50 करोड़ खुराक लगाने का लक्ष्य महज 20 दिन बाद यानी 6 अगस्त को हासिल कर लिया। फिर महज तीन दिन से भी कम समय में करीब एक करोड़ खुराकें लगाई गई है।