पंजाब: अमृतसर के निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण छह मरीजों की मौत
क्या है खबर?
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के साथ अब देश में ऑक्सीजन की किल्लत अभिशाप बन गई है। तेजी से बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या के कारण अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी आ गई है और अब मरीजों ने दम तोड़ना शुरू कर दिया है।
शुक्रवार रात को दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 25 मरीजों की मौत हो गई, वहीं शनिवार को पंजाब के अमृतसर के निजी अस्पताल में छह कोरोना मरीजों की मौत हो गई।
प्रकरण
ऑक्सीजन खत्म होने से तोड़ा मरीजों ने दम
इंडिया टुडे के अनुसार अमृतसर के फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर स्थित नीलकंठ निजी अस्पताल में शुक्रवार पांच कोरोना संक्रमित और एक अन्य मरीज भर्ती था। इन सभी को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था।
देर रात अस्पताल में अचानक ऑक्सीजन खत्म हो गई। इससे सभी मरीजों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
इसके बाद मृतकों के परिजनों ने अस्पताल में हंगाम कर दिया। हालांकि, पुलिस ने स्थिति संभाल ली।
बयान
बार-बार मांग करने पर भी नहीं की गई ऑक्सीजन की आपूर्ति- देवगन
अस्पताल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (MD) सुनील देवगन ने कहा, "अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण दो महिलाओं सहित छह मरीजों की मौत हुई है। शुक्रवार को जिला प्रशासन को बार-बार अवगत कराने के बाद भी किसी ने अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं की।"
उन्होंने कहा, "ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत होने के बाद जिला प्रशासन ने अस्पताल में महज पांच ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे हैं, जो कि आवश्यकता के अनुसार बहुत कम हैं।"
आरोप
सरकारी अस्पतालों में पहले की जा रही है आपूर्ति- देवगन
देवगन ने आरोप लगाया कि जिले के तीन ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ताओं ने कहा कि जिला प्रशासन ने पहले सरकारी अस्पतालों के आपूर्ति करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में वह निजी अस्पतालों को आपूर्ति नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को रोकने के लिए ऑक्सीजन प्लांटो के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर रखा है। ऐसे में कोई भी निजी अस्पताल बिना अनुमति ऑक्सीजन नहीं मंगवा सकता है।
जानकारी
मामले की जांच के लिए गठित की कमेटी- सोनी
अस्पताल के MD के आरोपों के बाद पंजाब सरकार के मंत्री ओपी सोनी ने कहा नीलकंठ अस्पताल को ऑक्सीजन की कमी के बारे में समय रहते प्रशासन को अवगत करवाना चाहिए था। मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है।
बयान
सभी मरीजों ने तड़पते हुए तोड़ा दम- परिजन
एक मृतक के भाई ने कहा कि उनके भाई को सांस की दिक्कत थी और शुक्रवार तक उसकी हालत ठीक थी, लेकिन देर रात उसे सांस लेने में ज्यादा परेशानी होने लगी। इस दौरान पता चला कि अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी के कारण उनका भाई तथा उनके पास के बेड वाले कोरोना मरीजों ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। इससे अस्पताल में कोहराम मच गया और अधिकारी सकते में आ गए।
पृष्ठभूमि
दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में हुई 25 मरीजों की मौत
बता दें कि शुक्रवार रात को दिल्ली के जयपुर गोल्ड अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्रेशर की कमी के कारण 25 मीरजों की मौत हो गई।
अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ डीके बलूजा ने बताया कि सी मरीजों को हाई फ्लो ऑक्सीजन की जरूरत थी। प्रेशर कम होने पर साधारण मरीज इससे जूझ लेता, लेकिन इन्हें ज्यादा प्रेशर की जरूरत थी। इसलिए ये कमी सह नहीं पाए।
इससे पहले सर गंगाराम अस्प्ताल में भी 25 मरीजों की मौत हुई थी।
संक्रमण
पंजाब में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
पंजाब में शुक्रवार को संक्रमण के 6,762 नए मामले सामने आए और 75 की मौत हुई। इसके साथ संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,26,447 पर पहुंच गई। इनमें से 8,264 की मौत हो गई और 2,74,240 उपचार के बाद ठीक हो गए। राज्य में वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 43,943 है।
इसी तरह राज्य में वर्तमान में विभिन्न अस्पतालों में 527 संक्रमितों को सांस लेने में परेशानी होने पर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।