दिल्ली से जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 80 प्रतिशत सैंपलों में मिला डेल्टा वेरिएंट
क्या है खबर?
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट का खतरा अभी भी बना हुआ है।
इसका कारण यह है कि राजधानी से पिछले तीन महीनों में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपलों में से 80 प्रतिशत में इसी वेरिएंट की मौजूदगी पाई गई है।
दिल्ली में इसके अलावा 'अल्फा' वेरिएंट के मामले भी देखने को मिले हैं। जीनोम सीक्वेंसिंग के इस परिणाम ने विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है।
पृष्ठभूमि
क्या है कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट?
बता दें कि कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट (B.1.617.2) दिसंबर 2020 में सबसे पहले महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में मिला था। इसके बाद यह धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गया।
महामारी की दूसरी लहर में इस वेरिएंट का अहम योगदान रहा है। दिल्ली में भी इस वेरिएंट ने भारी तबाही मचाई थी।
वर्तमान में यह वेरिएंट दुनिया में 132 देशों में पहुंच गया है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने प्रमुखता से फैलने वाला वेरिएंट करार दिया है।
हालत
80 प्रतिशत सैंपलों में मिला डेल्टा वेरिएंट- जैन
इंडिया टुडे के अनुसार, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की एक बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा पिछले तीन महीनों में जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजे गए सैंपलों में से 80 प्रतिशत में डेल्टा वेरिएंट मिला है।
उन्होंने कहा कि जुलाई में भेजे गए नमूनों में से 83.3 प्रतिशत, जून में 88.6 प्रतिशत और मई में भेजे गए नमूनों में 81.7 प्रतिशत में यह वेरिएंट मिला है। जबकि, अप्रैल में महज 53.9 प्रतिशत में इसकी मौजूदगी मिली थी।
तात्पर्य
दिल्ली में बरकरार है महामारी का खतरा- डॉ गुप्ता
दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरुण गुप्ता ने नवभारत टाइम्स से कहा, "दिल्ली में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। जीनोम सिक्वेसिंग के बीच डेल्टा वेरिएंट का दबदबा इस बात का पुख्ता सुबूत है। यह वेरिएंट अब भी फैल रहा है। हम दिल्ली में कम मामले देख रहे हैं, क्योंकि कई लोगों को यह पहले ही संक्रमित कर चुका है।"
उन्होंने कहा महामारी से बचे रहने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है।
प्रयास
दिल्ली में की जा रही है महामारी से बचाव की तैयारी- जैन
स्वास्थ्य मंत्री जैन ने कहा कि सरकार महामारी से बचाव के लिए अस्पतालों में बेडों की संख्या को 37,000 और ICU बेड की संख्या को 12,000 पर पहुंचाने की तैयारी कर रही है। सरकार बिस्तरों की संख्या को दोगुना करने में लगी है।
उन्होंने कहा कि पिछली बार दिल्ली में केवल 6,000 ICU बेड और करीब 23,000 हजार सामान्य बेड थे। इससे खासी परेशानी हुई थी, लेकिन अब बेड की संख्या को बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है।
जानकारी
दिल्ली में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
दिल्ली में सोमवार को कोरोना संक्रमण के 39 नए मामले आए और एक मरीज की मौत हुई है। इसी के साथ यहां संक्रमितों की कुल संख्या 14,36,800 पर पहुंच गई है। इनमें से 25,067 की मौत हो गई। वर्तमान में महज 38 सक्रिय मामले हैं।
सबसे ज्यादा
महाराष्ट्र के सबसे अधिक सैंपलों में मिला डेल्टा वेरिएंट
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जीनोम सीक्वेसिंग में डेल्टा वेरिएंट के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में मिले हैं। जुलाई में महाराष्ट्र सरकार की ओर से भेजे सैंपलों में से 87 प्रतिशत में डेल्टा वेरिएंट मिला है।
इसी तरह महज 45 सैंपलों में डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई है, जो कुल सैंपलों का 0.5 प्रतिशत है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामलों की संख्या बताती है कि यह वेरिएंट डेल्टा की तुलना में कम खतरनाक है।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 28,204 नए मामले सामने आए और 373 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,19,98,158 हो गई है। इनमें से 4,28,682 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
सक्रिय मामलों की संख्या लगातार चौथे दिन कम होकर 3,88,508 हो गई है। देश में बीते दिनों में कई बार सक्रिय मामले बढ़ चुके हैं जो चिंता की बात है।