पंजाब: भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच मंत्री फौजा सिंह सरारी ने दिया इस्तीफा
पंजाब की भगवंत मान सरकार के बागवानी मंत्री फौजा सिंह सरारी ने आज शनिवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। पिछले महीने फौजा सिंह का एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें कथित तौर पर पैसों की वसूली की योजना बनाते हुए सुना गया था। इसके बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने उन्हें दो बार कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। हालांकि, उन्होंने अपने इस्तीफ के पीछे व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है।
पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना
बता दें कि फौजा सिंह पंजाब की गुरु हर सहाय विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उन्हें भगवंत मान मंत्रिमंडल में जगह मिली थी। भ्रष्टाचार के आरोप में घेरेने के बाद से ही इन पर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई थी और कांग्रेस भी इस मुद्दे को लेकर पंजाब सरकार पर हमलावर थी। सरारी ने अपना इस्तीफा देते हुए कहा, "मैं पार्टी के वफादार सिपाही हूं और रहूंगा। मेरे इस्तीफे को मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है।"
डॉ बलबीर सिंह मिल सकती है मंत्रिमंडल में जगह
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पटियाला (ग्रामीण) के विधायक डॉ बलबीर सिंह को सरारी की जगह मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है और कई मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। इसके साथ ही नए चेहरों को मौका मिलने की बात कही जा रही है। आज शाम पांच बजे से पहले राज्यपाल निवास में एक सादे प्रोग्राम में नए चेहरों को शपथ दिलाई जा सकती हैं। मंत्रिमंडल में अभी चार मंत्रियों की जगह खाली है।
सरारी ने ऑडियो क्लिप को बताया था फर्जी
पिछले साल 11 सितंबर को वायरल हुए एक ऑडियो क्लिप में सरारी को कथित तौर पर खाद्यान्न परिवहन से जुड़े कुछ ठेकेदारों को फंसाने की योजना पर चर्चा करते और उनसे पैसे वसूलने के बारे में सुना गया था। सरारी ने कहा था कि यह ऑडियो क्लिप फर्जी थी, जो कथित तौर पर उनके OSD तरसेम लाल कपूर द्वारा लीक की गई थी। उन्होंने कहा था कि इस ऑडियो क्लिप से छेड़छाड़ की गई है।
विधानसभा सत्र में विपक्ष ने उठाये थे सवाल
मुख्यमंत्री मान ने 29 सितंबर को मीडिया को बताया था कि उन्होंने सरारी को नोटिस जारी किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि, विपक्ष ने उनके खिलाफ एक अभियान शुरू किया और पिछले विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे को उठाया, लेकिन मुख्यंमंत्री ने चुप्पी साध ली। दिलचस्प बात यह है कि सरारी को मुख्यमंत्री को गुजरात में पार्टी के लिए प्रचार करते हुए साथ देखा गया था और इस पर भी विपक्ष ने सवाल खड़े किये थे।
भ्रष्टाचार को लेकर इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री की हो चुकी है बर्खास्तगी
पंजाब सरकार ने इससे पहले बीते साल भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ विजय सिंगला को बर्खास्त कर दिया था। डॉ सिंगला के खिलाफ ठेके के कामों के लिए अधिकारियों से एक प्रतिशत कमीशन मांगने की शिकायतें मिल रही थी, जिसको लेकर यह कार्रवाई हुई थी। मुख्यमंत्री ने इस मामले में पुलिस को डॉ सिंगला के खिलाफ मामला दर्ज कार्रवाई के आदेश दिये थे और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।